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रोजाना 30-35 फाइलें निपटा रहे हैं प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने कार्यकाल के आखिरी पांच दिनों में तेजी से काम निपटाने में जुटे हैं। वह रोजाना 10 से 11 घंटे काम कर 30-35 फाइलों पर फैसले ले रहे हैं। मौजूदा सरकारी आवास 7 रेसकोर्स से उनका सामान 3, मोतीलाल नेहरू रोड स्थित नए बंगले में पहुंचाया जा रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक

By Edited By: Updated: Mon, 12 May 2014 10:35 AM (IST)
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने कार्यकाल के आखिरी पांच दिनों में तेजी से काम निपटाने में जुटे हैं। वह रोजाना 10 से 11 घंटे काम कर 30-35 फाइलों पर फैसले ले रहे हैं। मौजूदा सरकारी आवास 7 रेसकोर्स से उनका सामान 3, मोतीलाल नेहरू रोड स्थित नए बंगले में पहुंचाया जा रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक अधिकारी ने बताया कि 7 रेसकोर्स स्थित आवास पर रोजाना फाइलों का ढेर लग जाता है। फाइलें निपटाने के साथ ही वह रोज कम से कम 12 लोगों से मुलाकात भी कर रहे हैं।

पीएम अपने 10 वर्ष के कार्यकाल में कभी छुट्टी पर नहीं गए। वह विदेश यात्राओं पर भी कभी राजनयिक दौरे की निर्धारित अवधि से ज्यादा नहीं ठहरे। उनके एक सहयोगी ने कहा कि पद छोड़ने के बाद छुट्टियां मनाने की उनकी कोई योजना नहीं है। उन्होंने संकेत दिया है कि उन्हें अपने लिए समय चाहिए। पद पर रहने के दौरान वह हफ्ते में एक बार राष्ट्रपति से बात करते थे। हफ्ते में एक बार सोनिया गांधी से भी मिलते थे। इसके अलावा वह कैबिनेट और कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठकों में भाग लेते थे। 81 वर्षीय मनमोहन सिंह पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि अगर 16 मई को चुनावी नतीजों के बाद फिर संप्रग सरकार बनती है, तब भी वह प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। इस घोषणा के बाद से ही 7 रेसकोर्स रोड से उनकी विदाई और नए ठिकाने की तलाश शुरू हो गई थी। प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज पचौरी ने बताया कि नया बंगला तकरीबन तैयार किया जा चुका है। प्रधानमंत्री की पत्नी गुरशरण कौर ने नए बंगले का मुआयना भी कर लिया है। मुख्य द्वारा पर नई सुरक्षा चौकी स्थापित की गई है, जबकि बागवानी कर्मी अंदर के लॉन को सुधारने में लगे हैं। प्रवेश द्वार के पास सुरक्षा केबिन लगाने का काम भी चल रहा है। मनमोहन सिंह का नया निवास टाइप-8 बंगला है, जिसे दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने खाली किया है। ढाई एकड़ में फैला यह बंगला सीपीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आता है। ब्रिटिश काल में तैयार इस चार बेडरूम वाले बंगले में बेहतरीन लॉन और प्रधानमंत्री की जरूरतों के अनुसार एक ऑफिस की जगह है।

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