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संगमा ने फिर उठाया विदेशी मूल का मुद्दा

राष्ट्रपति पद के लिए संप्रग के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को चुनौती देने वाले पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और भाजपा के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पीए संगमा ने एक बार फिर से विदेशी मूल का मुद्दा उठा दिया है। उन्होंने कहा है कि देश का प्रधानमंत्री किसी विदेशी को नहीं बनाना चाहिए।

By Edited By: Updated: Sun, 01 Jul 2012 08:55 PM (IST)
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति पद के लिए संप्रग के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को चुनौती देने वाले पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और भाजपा के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पीए संगमा ने एक बार फिर से विदेशी मूल का मुद्दा उठा दिया है। उन्होंने कहा है कि देश का प्रधानमंत्री किसी विदेशी को नहीं बनाना चाहिए।

उनका यह बयान पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की अप्रकाशित पुस्तक के लीक हुए अंशों के बाद दिया गया है जिसमें कलाम ने लिखा है कि सोनिया चाहती तो वह प्रधानमंत्री बन सकती थीं। उन्हें ऐसा करने से रोकने के लिए उनके पास कोई विकल्प नहीं था।

संगमा ने कहा कि इस मुद्दे पर उनकी राय न पहले बदली न ही अब बदली है और न ही भविष्य में बदलेगी। उन्होंने कहा कि वह जीते जी किसी भी विदेशी मूल के नागरिक को देश के प्रधानमंत्री बनने के लिए समर्थन नहीं कर सकते हैं।

गौरतलब है कि वर्ष 1999 में विदेशी मूल के व्यक्ति को प्रधानमंत्री न बनाए जाने के मुद्दे पर पीए संगमा, शरद पवार और तारिक अनवर ने काग्रेस छोड़ कर राष्ट्रवादी काग्रेस पार्टी बनाई थी।

हालांकि इसी वर्ष मई में संगमा ने माना था कि अब यह मुद्दा खत्म हो चुका है। उन्होंने इस बाबत सोनिया से मिलकर माफी भी मांगी और उनसे पुरानी बातें भूलने की भी बात कही थी। गौरतलब है कि कलाम के संस्मरणों की नई किताब टर्निग प्वाइंट आने वाली है। राष्ट्रपति चुनाव में काग्रेस का समर्थन न मिलने के बाद संगमा अपने पुराने रुख पर लौटे हैं।

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