सरकार ने लोकसभा में कहा, अलगाववादियों के हैं सीमापार आतंकियों से संबंध
सरकार ने लोकसभा में कहा कि कुछ प्रमुख अलगाववादी नेताओं के पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकियों के बीच संपर्क है।
नई दिल्ली, जेएनएन। केन्द्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में सीमापार आतंकियों और अलगाववादियों के बीच आपसी संबंध होने की बात कही। सरकार ने पाकिस्तान प्रयोजित विघटनकारी तत्वों और कश्मीरी अलगाववादियों के बीच मिलीभगत की पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ प्रमुख अलगाववादी नेता लगातार सीमापार और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बैठे आतंकियों के सगनाओं से संपर्क में है। ऐसे अलगाववादी घाटी में हिंसा फैलाने के लिए निर्देश और पैसा दोनों ही पाकिस्तान से पाते हैं।
केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री हंसा राज अहीर ने लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, हमारे पास इस बात की पुख्ता सूचना है कि पड़ोसी देशों की तरफ से प्रयायोजित विघाटनकारी तत्वों और अलगाववादियों के बीच संबंध है। ऐसे असमाजिक तत्वों के खिलाफ कानून के तहत आवश्यक कदम गए हैं।
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अहीर ने सांसदों से कहा कि ऐसा पता चला है कि कुछ प्रमुख अलगाववादी नेता पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकियों के बीच संपर्क है।
एक सवाल की क्या सरकारी खर्चों पर कुछ अलगाववादियों के लिए सुविधा और उसकी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर ऐसा कोई निर्णय जम्मू-कश्मीर सरकार की तरफ से राज्य सुरक्षा समीक्षा समन्वय समिति के कहने पर लिया जाता है। इस तरह की दी जानेवाली सुरक्षा सुविधा में पर्सनल गार्ड, राज्य के गार्ड और गाड़ियां शामिल हैं।
खुफिया सूचना के मुताबिक, अप्रैल में हिजबुल कमांडर के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद वहां पर हिंसा फैलाने में वहां के स्थानीय अलगाववादी नेताओं की प्रमुख भूमिका रही है।
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