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यादव सिंह की जान पर खतरे का साया

आयकर के छापे के बाद नोएडा प्राधिकरण के प्रमुख अभियंता पद से हटाए गए यादव सिंह की जान पर खतरे का साया मंडरा रहा है। भ्रष्टाचार उजागर करने में जुटी जांच एजेंसियां यादव सिंह से जुड़े कई बड़ों के चेहरों से नकाब उतारने की तैयारी में हैं। चूंकि सबका राज

By Murari sharanEdited By: Updated: Wed, 03 Dec 2014 07:18 PM (IST)
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लखनऊ। आयकर के छापे के बाद नोएडा प्राधिकरण के प्रमुख अभियंता पद से हटाए गए यादव सिंह की जान पर खतरे का साया मंडरा रहा है। भ्रष्टाचार उजागर करने में जुटी जांच एजेंसियां यादव सिंह से जुड़े कई बड़ों के चेहरों से नकाब उतारने की तैयारी में हैं। चूंकि सबका राज यादव सिंह ही जानते हैं, ऐसे में अपना गला बचाने के लिए उन्हें राह से हटाने की साजिश भी हो सकती है।

यादव सिंह पर खतरे को लेकर पुलिस अधिकारी कोई टिप्पणी करने से बच रहे हैं। अपने ऊपर खतरे को लेकर यादव ने भी कोई अर्जी नहीं दी है लेकिन इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है कि वह सियासत से नौकरशाही तक के लिए मुसीबत का सबब बनने जा रहे हैं। उनके यहां छापेमारी में मिले कई अहम दस्तावेजों से कुछ बड़ों से उनकी सांठगांठ उजागर हुई है।

जांच एजेंसियां यादव के आकाओं पर निगाह लगाए हैं। किस अफसर और नेता ने भ्रष्टाचार की गंगा में कहां हाथ धोया, यह रहस्य यादव सिंह ही जानते हैं। इस सच को उगलवाने के लिए यादव सिंह से पूछताछ होनी तय है। राज्य की जांच एजेंसियां भले आंख मूंद लें, लेकिन केंद्र के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) व आयकर विभाग की सक्रियता को देखते हुए लग रहा है कि यह मामला अंजाम तक पहुंचेगा। ऐसे में अब यह चर्चा आम हो गयी है कि यादव सिंह सुरक्षित नहीं हैं। इस बीच यादव की फरारी से लेकर विदेश भागने तक की भी चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं।

यादव की जान को उन्हीं लोगों से खतरा हो सकता है जो उनके भ्रष्टाचार के संरक्षक या साझीदार रहे हैं। पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आयी हैं जब भेद खुलने के डर से कत्ल की साजिशें रची गयीं। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) घोटाले में डिप्टी सीएमओ की रहस्यमयी मौत कुछ ऐसी ही साजिश का नतीजा थी। हालांकि अदालत के आदेश पर दोबारा शुरू हुई सीबीआइ जांच में अभी तक यह साफ नहीं हुआ कि सचान की मौत की असली कहानी क्या थी।

सूत्र यही कहते हैं कि भेद खुलने के डर से सचान को मारने की साजिश रची गयी। मेरठ के बहुचर्चित कविता चौधरी कांड में तत्कालीन मंत्री और पूर्व मंत्रियों का नाम सामने आया। आरोपी ग्राम प्रधान रवीन्द्र सिंह के सीने में कई गहरे राज दफन थे। डासना जेल में एक दिन रवीन्द्र की लाश पाई गयी। ऐसे और भी बहुतेरे मामले हैं जिसमें रहस्य जानने वालों की जान पर बन आयी।

जांच रिपोर्ट मिलने पर होगी कार्रवाई : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि यादव सिंह के खिलाफ देश की सबसे बड़ी एजेंसियां जांच कर रही हैं। उनकी रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई होगी। बुधवार को अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से वार्ता में अखिलेश ने यादव सिंह पर अब तक कार्रवाई नहीं किए जाने के सवाल पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार पहले भी भ्रष्टाचारियों पर के खिलाफ कार्रवाई करती रही है, इस मामले में भी होगी।

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