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बगावती बोल: 'सच कहना अगर बगावत है, तो समझो मैं भी बागी हूं'

पटना। भाजपा सांसद व सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा, नरेंद्र मोदी [नमो] की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर दिए गए अपने विवादास्पद बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा-मैं सच बोलता हूं। सच कहना अगर बगावत है, तो समझो मैं भी बागी हूं।' शत्रुघ्न ने नरेंद्र मोदी के लिए दिल्ली को दूर होने की बात कही थी। प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी की कतार में कई दिग्गज भाजपाइयों का नाम लिया था। इस दौरान लालकृष्ण आडवाणी की खूब तरफदारी की थी।

By Edited By: Updated: Thu, 25 Jul 2013 10:57 PM (IST)
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पटना। भाजपा सांसद व सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा, नरेंद्र मोदी [नमो] की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर दिए गए अपने विवादास्पद बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा-मैं सच बोलता हूं। सच कहना अगर बगावत है, तो समझो मैं भी बागी हूं।' शत्रुघ्न ने नरेंद्र मोदी के लिए दिल्ली को दूर होने की बात कही थी। प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी की कतार में कई दिग्गज भाजपाइयों का नाम लिया था। इस दौरान लालकृष्ण आडवाणी की खूब तरफदारी की थी।

शत्रुघ्न के इस बयान से भाजपा में खासा बवाल है। शत्रुघ्न बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिलने गए थे। हालांकि मुख्यमंत्री ने साफ किया कि शत्रुघ्न उनका कुशल क्षेम पूछने आए थे। इसका कोई अन्य अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए। नीतीश ने शत्रुघ्न की खूब प्रशंसा की। पैर की अंगुली टूटने के चलते पिछले चौदह दिन से मुख्यमंत्री बाहर नहीं निकल रहे हैं। बहरहाल, ये स्थितियां भाजपाइयों को और भड़का गई। वरीय भाजपाई सैयद शाहनवाज हुसेन के इस बारे में बयान का आशय यही रहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के विदेश से लौटने पर इसे देखा जाएगा। गिरिराज सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि मोदी ही पीएम पद के प्रत्याशी हैं और किसी को इस मुद्दे पर भ्रम नहीं पैदा करना चाहिए।

जब पार्टी द्वारा कार्रवाई जैसी किसी स्थिति के आने के बारे में शत्रुघ्न सिन्हा से पूछा गया, तो उन्होंने सीधे कहा-सच कहना अगर बगावत है, तो समझो मैं भी बागी हूं।' उन्होंने अपने बयान पर कायम रहने की बात दोहराई है।

शत्रुघ्न ने नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी के बारे में कहा था-अभी ओठ और कप के बीच खासी दूरी है। भाजपा में लालकृष्ण आडवाणी सबसे बेहतर हैं। वे त्याग की मूर्ति हैं और इसीलिए उन्होंने कभी पीएम पद की दावेदारी नहीं की। फिलहाल वही पार्टी में सबसे बड़े नेता हैं। उनकी कोशिशों से ही पार्टी दो के आंकड़े से शुरू होकर दो सौ सांसदों के आंकड़े तक पहुंची। सुषमा स्वराज, यशवंत सिन्हा और अरुण जेटली भी पीएम पद की श्रेणी में खड़े लोग हैं।

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