अब शाजिया भी भाजपा में, अभी चुनाव लड़ने की मंशा नहीं
अरविंद केजरीवाल को तानाशाह बताकर आप छोड़ने वाली शाजिया इल्मी भी शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गई। फिलहाल शाजिया ने चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है। शाजिया पत्रकारिता से राजनीति में आई हैं। एक दिन पूर्व ही देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी भाजपा में शामिल
By Rajesh NiranjanEdited By: Updated: Fri, 16 Jan 2015 08:21 PM (IST)
नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल को तानाशाह बताकर आप छोड़ने वाली शाजिया इल्मी भी शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गई। फिलहाल शाजिया ने चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है। शाजिया पत्रकारिता से राजनीति में आई हैं। एक दिन पूर्व ही देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी भाजपा में शामिल हुई हैं।
इल्मी के भाजपा में आने से दिल्ली में आप को एक और झटका लगा है। हालांकि वह अभी आप में नहीं थी, लेकिन उनका राजनीतिक कॅरिअर आप से ही शुरू हुआ था। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय की मौजूदगी में शाजिया ने पत्रकारों से चर्चा में स्वीकार किया कि पहले वह भाजपा व कांग्रेस की आलोचना करती रही है, लेकिन ये सब अतीत की बातें हैं। भाजपा से कुछ नहीं मांगा
शाजिया ने कहा, 'पिछले छह माह में मुझे लगा है कि प्रधानमंत्री मोदी अच्छा काम कर रहे हैं। मैंने भाजपा से कुछ नहीं मांगा है। यह मेरे शहर दिल्ली और देश की सेवा का मौका है, इसलिए भाजपा में आई हूं।' खफा दिखीं शाजिया
शाजिया ने कहा, 'पिछले छह माह में मुझे लगा है कि प्रधानमंत्री मोदी अच्छा काम कर रहे हैं। मैंने भाजपा से कुछ नहीं मांगा है। यह मेरे शहर दिल्ली और देश की सेवा का मौका है, इसलिए भाजपा में आई हूं।' खफा दिखीं शाजिया
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शाजिया के साथ भाजपा का कोई बड़ा नेता मौजूद नहीं होने से वह थोड़ी असहज भी दिखीं। गुरुवार को जब किरण बेदी की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई थी, तब उसमें पार्टी अध्यक्ष अमित शाह व वित्त मंत्री अरुण जेटली जैसे दिग्गज मौजूद थे। विस व लोस चुनाव में हार गई थीं इल्मी
शाजिया ने दिसंबर 2013 में आप के टिकट पर दिल्ली विधानसभा चुनाव ल़़डा था, लेकिन मामूली वोट से हार गई थीं। इसके बाद उन्हें पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद से टिकट दिया, वहां वह करारी हार के साथ पांचवें नंबर पर रही थीं। एक दौर में आप प्रमुख केजरीवाल की सबसे करीबी रहीं शाजिया ने बाद में खफा होकर आप छोड़ दी थी।
शाजिया ने दिसंबर 2013 में आप के टिकट पर दिल्ली विधानसभा चुनाव ल़़डा था, लेकिन मामूली वोट से हार गई थीं। इसके बाद उन्हें पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद से टिकट दिया, वहां वह करारी हार के साथ पांचवें नंबर पर रही थीं। एक दौर में आप प्रमुख केजरीवाल की सबसे करीबी रहीं शाजिया ने बाद में खफा होकर आप छोड़ दी थी।