शिवसेना का विरोध जारी, शपथग्रहण का किया बायकाट
शिवसेना का भाजपा संग गतिरोध जारी है। आज दिनभर हां ना हां ना के बाद शिवसेना ने आज मोदी मंत्रिमंडल के पहले विस्तार का बहिष्कार कर दिया। पहले शिवसेना ने अनिल देसाई का नाम मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए दिया था लेकिन वे शपथग्रहण सामरोह में शामिल नहीं हुए।
By Sudhir JhaEdited By: Updated: Sun, 09 Nov 2014 03:01 PM (IST)
मुंबई। शिवसेना का भाजपा संग गतिरोध जारी है। आज दिनभर हां ना हां ना के बाद शिवसेना ने आज मोदी मंत्रिमंडल के पहले विस्तार का बहिष्कार कर दिया। पहले शिवसेना ने अनिल देसाई का नाम मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए दिया था लेकिन वे शपथग्रहण सामरोह में शामिल नहीं हुए।
कहा जा रहा है कि उद्वव ठाकरे राजग सरकार में शामिल मंत्री अनंत गीते को मंत्री परिषद से इस्तीफा देने को कह सकते हैं। गीते उद्वव से मिलने मातोश्री गए हैं। यह भी अटकलें लगाई जा रही है कि शिवसेना राजग गठबंधन से हट सकती है। इससे पहले कहा गया था कि शिवसेना सांसद अनिल देसाई केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और भाजपा प्रमुख अमित शाह के बीच हुई बातचीत के बाद शिवसेना केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने को तैयार हुई।
शनिवार को शिवसेना के प्रतिनिधि के केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल होने के रास्ते में बाधा आ गई थी। सूत्रों ने बताया था कि भाजपा के साथ बढ़ती दूरियों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा के लिए दिल्ली आए शिवसेना सांसद अनंत गीते को पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने वापस बुला लिया। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने अनंत गीते को मिलने का वक्त नहीं दिया, जिसके बाद वह वापस मुंबई चले गए थे। पढ़ेंः विधानसभा अध्यक्ष पद पर शिवसेना की नजर
शनिवार को शिवसेना के प्रतिनिधि के केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल होने के रास्ते में बाधा आ गई थी। सूत्रों ने बताया था कि भाजपा के साथ बढ़ती दूरियों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा के लिए दिल्ली आए शिवसेना सांसद अनंत गीते को पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने वापस बुला लिया। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने अनंत गीते को मिलने का वक्त नहीं दिया, जिसके बाद वह वापस मुंबई चले गए थे। पढ़ेंः विधानसभा अध्यक्ष पद पर शिवसेना की नजर