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सामना में शिवसेना का मोदी पर तीखा हमला

दिल्ली चुनाव में भाजपा की हार पर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बाद पार्टी मुखपत्र सामना ने भी जमकर भड़ास निकाली है। दूसरी ओर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे भी दिल्ली की हार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार मान रहे हैं।

By Test2 test2Edited By: Updated: Wed, 11 Feb 2015 06:59 PM (IST)
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मुंबई । दिल्ली चुनाव में भाजपा की हार पर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बाद पार्टी मुखपत्र सामना ने भी जमकर भड़ास निकाली है। दूसरी ओर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे भी दिल्ली की हार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार मान रहे हैं।

हिंदी सामना में बुधवार को पहले पेज पर मुख्य खबर की शीर्षक दी गई है, 'बाप रे बाप, आ गई आप।' इसका उपशीर्षक दिया गया है, 'हां, यह मोदी की ही हार।' फिर संपादकीय में जमकर भाजपा की बखिया उधेड़ी गई है। संपादकीय में लिखा गया है कि भारतीय जनता पार्टी हमारा पुराना मित्र है। संपूर्ण देश को उन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पदाक्रांत किया। पर देश की राजधानी में उनका कमल नहीं खिल सका।

संपादकीय आगे कहता है कि सिर्फ घोषणा और भाषण के बल पर चुनाव नहीं जीते जाते। बूथ प्रमुखों का प्रबंधन, जातीय समीकरण और समग्र सत्ता को झोंक देने से भी मनचाहे परिणाम नहीं हासिल किए जा सकते। महाराष्ट्र में भी यह घटित नहीं हो सका और दिल्ली में तो सत्ता के समग्र तंत्र को जनता ने ठुकरा दिया। इसमें कहा गया है कि झाड़ू वाली आप ने भाजपा को धूल में मिला दिया।

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को दिल्ली के चुनाव परिणाम आते ही बाकायदा संवाददाता सम्मेलन बुलाकर हार का ठीकरा प्रधानमंत्री मोदी के सिर फोड़ा था। आज सामना के संपादकीय में भी उसी बात को दोहराते हुए कहा गया है कि दिल्ली चुनाव से ठीक पहले अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी गाजे-बाजे के साथ दिल्ली बुलाया गया।

लेकिन वह भी कमल की पंखुडि़यों में प्राण नहीं फूंक सके। सामना ने सवाल उठाते हुए लिखा है कि भाजपा के नेताओं को लगता है कि यह पराभव प्रधानमंत्री मोदी की नहीं है। यदि यह पराभव मोदी की नहीं है, तो फिर किसकी है। सामना के अनुसार अन्ना का मानना है कि यह पराभव मोदी की है, और मेरा भी मत यही है।

फड़नवीस ने किया मोदी का बचाव

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने दिल्ली में भाजपा की जबर्दस्त हार को कमतर करने का प्रयास करते हुए कहा कि चुनावों में हार-जीत तो लगी ही रहती है। इसके साथ ही उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी की हार मानने से भी इंकार कर दिया। महाराष्ट्र पुलिस अकादमी में उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि चुनावों में एक पार्टी जीतती है, तो दूसरी हारती है। इसका मतलब ये नहीं होता कि यह उस पार्टी के प्रमुख की हार है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में केजरीवाल की जीत का मतलब प्रधानमंत्री मोदी की हार नहीं है।