Move to Jagran APP

शिवसेना सांसदों ने एनडीए की बैठक में पहुंच सबको चौंकाया

भूमि अधिग्रहण अध्‍यादेश पर मोदी सरकार के अपने भी पराए हो गए हैं। लेकिन इस बिल पर सहमति बनाने के लिए जब एनडीए की बैठक बुलाई गई, तो इसमें शिवसेना के सांसदों की उपस्थिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहत की सांस जरूर ली होगी। हालांकि शाम से ही लगभग

By Tilak RajEdited By: Updated: Wed, 25 Feb 2015 08:05 AM (IST)
Hero Image

नई दिल्ली। भूमि अधिग्रहण अध्यादेश पर मोदी सरकार के अपने भी पराए हो गए हैं। लेकिन इस बिल पर सहमति बनाने के लिए जब एनडीए की बैठक बुलाई गई, तो इसमें शिवसेना के सांसदों की उपस्थिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहत की सांस जरूर ली होगी। हालांकि शाम से ही लगभग हर न्यूज चैनल यह हेडलाइन दे रहा था कि शिवसेना ने एनडीए की बैठक का बहिष्कार किया है। इस बैठक में शिवसेना के सांसदों को देख नरेंद्र मोदी ने जहां राहत की सांस ली, वहीं न्यूज चैनल्स को हैरानी भी हुई। ऐसे में न्यूज चैनल्स ने तुरंत अपनी हेडलाइन बदल डाली।

लोकसभा में शिवसेना के दल के नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने बताया कि भूमि अधिग्रहण अध्यादेश पर बुलाई गई बैठक का उनकी पार्टी ने बहिष्कार नहीं किया है। शिवसेना के प्रतिनिधि के तौर पर सांसद गजानन कीर्तिकर, विनायक राऊत, अरविंद सावंत, रवी गायकवाड, राहुल शेवाले बैठक में मौजूद थे। दरअसल, राज्यसभा में शिवसेना के दल नेता संजय राऊत ने शिवसेना के बहिष्कार के बारे में दिन में बयान दिया था। टीवी चैनलों से उन्होंने कहा था, 'एनडीए की बैठक हो रही हो, तो उसे होने दो। इस बैठक में शिवसेना के प्रतिनिधि शामिल नहीं होंगे।'

उधर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी समझाया था कि कि वह किसानों का गला घोंटने का पाप न करे। ऐसे में उम्मीद यह की जा रही थी कि शिवसेना के सांसद एनडीए की बैठक में शिरकत नहीं करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। शिवसेना चाहती है कि बिल में अधिग्रहण के लिए 70 प्रतिशत किसानों की सहमति अनिवार्य हो और पांच साल में परियोजना शुरू नहीं होती, तो जमीन वापिस लौटाए।