मुंबई। दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन के मेस कर्मचारी के मुंह में रोटी ठूंसने की घटना पर घिरी शिवसेना अब इस घटना पर हो रहे हंगामे को मराठी अस्मिता से जोड़कर देख रही है। लोकसभा में इस घटना पर माफी मांगने पर मजबूर हुई शिवसेना के मुखपद्दसामना के संपादकीय में कहा गया है कि दिल्ली में महाराष्ट्र का अपमान होना इतिहास रहा है, लेकिन दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में मराठी आदमी को तुच्छ समझा गया तो शिवसेना इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
By Edited By: Updated: Thu, 24 Jul 2014 08:02 PM (IST)
मुंबई। दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन के मेस कर्मचारी के मुंह में रोटी ठूंसने की घटना पर घिरी शिवसेना अब इस घटना पर हो रहे हंगामे को मराठी अस्मिता से जोड़कर देख रही है। लोकसभा में इस घटना पर माफी मांगने पर मजबूर हुई शिवसेना के मुखपद्दसामना के संपादकीय में कहा गया है कि दिल्ली में महाराष्ट्र का अपमान होना इतिहास रहा है, लेकिन दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में मराठी आदमी को तुच्छ समझा गया तो शिवसेना इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
शिवसेना का मानना है कि महाराष्ट्र सदन में एक मुस्लिम कर्मचारी के मुंह में रोटी ठूंसने की घटना को तूल देने का काम मुंबई स्थित महाराष्ट्र सरकार के मुख्यालय एवं दिल्ली स्थित महाराष्ट्र्र सदन द्वारा योजनाबद्ध तरीके से किया गया। पिछले साल ही बनकर तैयार हुए महाराष्ट्र सदन में महाराष्ट्र्र तथा मराठी कहीं दिखाई नहीं देता।
घटना को धार्मिक रंग दिए जाने पर भी तीखे तेवर दिखाते हुए शिवसेना ने कहा है कि शिवसेना सभी जाति-धर्म का सममान करती है, और यही हमारे संस्कार है। जब तक कोई अपने धर्म का फालतू दिखावा नहीं करता, तब तक हमें उससे कुछ भी लेना-देना नहीं है। श्रद्धा का विषय व्यक्तिगत है लेकिन यदि राजनीतिक व्यापारीकरण कर शिवसेना को बदनाम करने की कोशिश की जाएगी तो समझ लेना कि मुकाबला हमसे है। महाराष्ट्र सदन के निर्माण एवं वहां चलनेवाले भ्रष्टाचार पर चेतावनी देते हुए संपादकीय में लिखा है कि जो लोग अपने लफड़े छिपाने के लिए धर्म की राजनीति कर रहे हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि आनेवाले समय में महाराष्ट्र्र में शिवसेना सत्तासीन होगी।
संपादकीय में रेप और रोटी का मसला उठाते हुए दो घटनाओं का जिक्र किया गया है। इनमें एक घटना अफगानिस्तान में एक मौलवी द्वारा एक मस्जिद में ही पवित्र रमजान के दौरान 10 साल की बच्ची से दुष्कर्म किए जाने की है, तो दूसरी बेंगलूर में एक मुस्लिम शिक्षक द्वारा रोजे के दौरान एक बच्ची से दुष्कर्म करने की है। इन घटनाओं का हवाला देते हुए संपादकीय में लिखा है कि कुछ मीडियावालों व दिखावा करने वाले राजनीतिक दलों को कुछ विकृत लोगों द्वारा किया गया रेप तो मंजूर है, लेकिन रोटी नहीं। हमें जो करना है, सीधे करते हैं: उद्धव
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने एक बयान में महाराष्ट्र सदन की घटना पर तीखे तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना की आवाज दबाने के लिए मजहबी भावना को ठेस पहुंचाने का बहाना ढूंढा जा रहा है लेकिन शिवसेना इतनी गिरी हुई हरकत नहीं कर सकती। हमें जो करना होता है, वह सीधे-सीधे और खुले तौर पर करते हैं। हम हिंदू हैं, हिंदुत्ववादी हैं, लेकिन अन्य धर्मो से द्वेष नहीं करते हैं।
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