उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ सटे नौगाम सेक्टर में सोमवार रात से घुसपैठियों के खिलाफ जारी अभियान बुधवार को छठे आतंकी के मारे जाने के साथ खत्म हो गया। इस दौरान सेना का एक जेसीओ शहीद हो गया और मेजर समेत तीन सैन्यकर्मी घायल हो गए। मुठभेड़ स्थल
By Abhishake PandeyEdited By: Updated: Thu, 04 Dec 2014 01:51 AM (IST)
श्रीनगर, जागरण ब्यूरो। उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ सटे नौगाम सेक्टर में सोमवार रात से घुसपैठियों के खिलाफ जारी अभियान बुधवार को छठे आतंकी के मारे जाने के साथ खत्म हो गया। इस दौरान सेना का एक जेसीओ शहीद हो गया और मेजर समेत तीन सैन्यकर्मी घायल हो गए। मुठभेड़ स्थल से छह एसाल्ट राइफलें, 14 मैगजीन, सात हथगोले, चार पिस्तौल, भारी मात्रा में कारतूस, दवाइयां, खाने-पीने का सामान, कंपास, दो जीपीएस, मोबाइल फोन, तीन रेडियो सेट और एक दो यूबीजीएल भी मिले हैं। अंदाजा लगाया जा रहा है कि सीमा में दाखिल हुए घुसपैठियों का इरादा चुनाव प्रक्रिया में खलल डालने का था।
कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा के साथ सटे नौगाम सेक्टर में बंगुस घाटी और तूतमार गली के बीच सोमवार रात को घुसपैठ हुई थी। मुठभेड़ में मंगलवार रात तक पांच आतंकी मारे गए थे, जबकि जेसीओ अजयवद्र्धन शहीद हो गए थे। इसके अलावा मेजर अनिल समेत तीन सैन्यकर्मी घायल भी हुए थे।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि मंगलवार रात दस बजे के बाद कोई गोली नहीं चली। बुधवार तड़के जवानों ने दोबारा तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान उन्हें मुठभेड़ स्थल से चार आतंकियों के गोलियों से छलनी शव मिले। एक शव गत रोज ही बरामद कर लिया गया था। जवानों ने जब अपने अभियान का घेरा बढ़ाया तो एक जगह पेड़ों की ओट में छिपे आतंकी ने दोबारा फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायर किया और दो घंटे की मुठभेड़ में वह भी मारा गया। प्रवक्ता ने बताया कि मारे गए सभी छह आतंकी लश्कर से संबंधित हैं। मुठभेड़ खत्म होने की पुष्टिï करते हुए प्रवक्ता ने कहा कि दोपहर बाद वहां एक भी गोली नहीं चली है, लेकिन अभी तलाशी अभियान जारी है।आतंकी हमले में एएसआइ शहीद व आठ घायल
श्रीनगर, जागरण ब्यूरो। दक्षिण कश्मीर में आतंकियों ने 48 घंटे बाद मंगलवार को फिर अपनी उपस्थिति का अहसास करवाते हुए पुलवामा में सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला कर दिया। इसमें सीआरपीएफ का एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर शहीद और पांच सुरक्षाबलों तथा तीन नागरिकों समेत आठ लोग जख्मी हो गए। पुलवामा में नौ दिसंबर को तीसरे चरण का मतदान होना है। इसलिए आतंकी चुनाव प्रक्रिया में खलल डालने व लोगों में दहशत पैदा करने के लिए हमले कर रहे हैं। देर शाम सीआरपीएफ की 183वीं वाहिनी के जवानों का एक गश्ती दल राज्य पुलिस के जवानों के साथ पुलवामा जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर पोहू इलाके से गुजर रहा था। पोहू पुल के पास पहले से घात लगाए बैठे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर पहले ग्रेनेड फेंका और उसके साथ स्वचालित हथियारों से फायरिंग कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायर किया। जल्द ही आतंकी भाग निकले। इस हमले में छह सुरक्षाकर्मियों समेत नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने सीआरपीएफ के एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर शमशेर सिंह को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में घायल सुरक्षाकर्मियों की पहचान सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर उत्तम चंद, कांस्टेबल मुहम्मद इकबाल, सविंद्र घोष व पुलिस कांस्टेबल मंजूर अहमद और जाकिर हुसैन के रूप में हुई।