भारत की ओर रुख कर रहे सोमालियाई लुटेरे: पार्रिकर
रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा है कि अपने गतिविधि वाले सामान्य क्षेत्रों में मुंह की खाने के बाद सोमालियाई लुटेरे भारत की ओर रुख कर रहे हैं। लेकिन देश इस प्रकार के खतरों से निपटने के लिए सतर्क है। पार्रिकर ने रविवार को भुवनेश्वर में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कहा,
By Sanjay BhardwajEdited By: Updated: Mon, 23 Mar 2015 02:40 AM (IST)
भुवनेश्वर। रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा है कि अपने गतिविधि वाले सामान्य क्षेत्रों में मुंह की खाने के बाद सोमालियाई लुटेरे भारत की ओर रुख कर रहे हैं। लेकिन देश इस प्रकार के खतरों से निपटने के लिए सतर्क है।
पार्रिकर ने रविवार को भुवनेश्वर में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कहा, 'आज का खतरा पंरपरागत नहीं है। विभिन्न देशों की नौसेना द्वारा मात खाने के बाद सोमालियाई लुटेरे अपना रुख भारत की ओर कर रहे हैं। वे 30-40 नॉटिकल मील आगे बढ़ चुके हैं, लेकिन वे अब भी भारत से 450 नॉटिकल मील (करीब 832 किलोमीटर) दूर हैं। उनके भारत के पास नहीं होने के बावजूद हम सतर्क हैं।' पड़ोसी देशों के बीच व्यापक सहयोग की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि हिंद महासागर समृद्धि का मार्ग भी हो सकता है और विध्वंसक भी। इसलिए हमें तबाही को लेकर भी तैयार रहना चाहिए और पड़ोसी देशों के साथ मजबूत संबंध बनाने के साथ ही उनके साथ संचार को बढ़ाना चाहिए ताकि तबाही को रोका जा सके। पार्रिकर ने कहा कि जिन देशों की नौसैनिक शक्ति बेहतर है वे विश्व में प्रभुत्व रखते हैं। स्पेन, पुर्तगाल और ब्रिटेन जैसे देश नौसैनिक शक्ति के कारण विश्व शक्ति बने हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत ने भी इस दिशा में विचार करना प्रारंभ कर दिया है। वहीं सम्मेलन में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत ङ्क्षहद महासागर क्षेत्र से संबंधित मामलों में प्रमुख भूमिका निभाने को तैयार है। क्षेत्र के सभी देशों के व्यापक हित के लिए भारत ऐसा करने को तैयार है।