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आगरा: शिष्य, सीडी और आसाराम

दुष्कर्म के आरोप में फंसे आसाराम अब अपनी छवि बचाने की कोशिश में जुट गए हैं। इसके लिए उनके शिष्यों की ओर से मुहिम शुरू की गई है। आगरा समेत प्रमुख शहरों में सीडी और पुस्तकों की खेप भेजी है। इसमें आसाराम के पक्ष में प्रमुख हस्तियों के बयान और फुटेज हैं। भावपूर्ण अपीलें हैं। सीडी और पुस्तिका को

By Edited By: Updated: Thu, 24 Oct 2013 09:11 AM (IST)
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आगरा, जागरण संवाददाता। दुष्कर्म के आरोप में फंसे आसाराम अब अपनी छवि बचाने की कोशिश में जुट गए हैं। इसके लिए उनके शिष्यों की ओर से मुहिम शुरू की गई है। आगरा समेत प्रमुख शहरों में सीडी और पुस्तकों की खेप भेजी है। इसमें आसाराम के पक्ष में प्रमुख हस्तियों के बयान और फुटेज हैं। भावपूर्ण अपीलें हैं। सीडी और पुस्तिका को समर्थकों और स्कूली बच्चों के बीच बांटा गया है।

पढ़ें: आसाराम को सुप्रीम कोर्ट से झटका, मीडिया कवरेज पर रोक नहीं

पत्नी और बेटी के सामने हुई आसाराम से पूछताछ

सूत्रों के अनुसार ताज नगरी में भी ये सीडी और पुस्तक कुछ दिन पहले आसाराम के शिष्यों ने बांटी थी। इसके बाद शिष्यों ने इसे योजनाबद्ध तरीके से समर्थकों के बीच पहुंचाना शुरू किया। पिछले दिनों आश्रम के स्कूल में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। उसमें भाग लेने वाले बच्चों को भी यह सीडी और पुस्तक बांटी। बच्चों के माध्यम से यह सामग्री उनके अभिभावकों तक पहुंची।

यह है सीडी

सीडी को 'जागो हिंदुस्तानी नहीं तो एक के बाद एक की बारी' के नाम से जारी किया गया है। सीडी में चार सवाल उठाए गए हैं।

-भारतवासियों क्यों हो मौन?

-समझो निशाने पर है कौन।

-आज है संस्कृति और संत

-कल होंगे हम और आप

नारायण साई के आने से पहले बनी भूमिका

शिष्यों द्वारा समर्थकों के बीच सीडी और पुस्तक बांटने के कुछ दिन बाद ही आसाराम के पुत्र नारायण साई आगरा पहुंचे थे। दुष्कर्म के आरोप में फंसे नारायण साई ने शाहगंज के आलोक नगर में अपने एक समर्थक के घर में रुके थे। वह लंबे समय यहां रुकना चाहते थे। बताया जा रहा है कि समर्थकों के बीच पुस्तक बांटने का मकसद नारायण साई के आगरा में रुकने की जमीन तैयार करना था।

मीडिया पर साधा है निशाना

सीडी में मीडिया पर भी निशाना साधा गया है। इसमें दुष्कर्म के आरोप में फंसे आसाराम को लेकर विभिन्न चैनल द्वारा दिखाई खबरों की फुटेज हैं। सीडी में मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली है।

एफआइआर पर सवाल

आसाराम आश्रम द्वारा प्रकाशित पत्रिका ऋषि प्रसाद में उनके निर्दोष होने का दावा किया है। इसके लिए पत्रिका ने चार पृष्ठ का विशेष अंक निकाला है। जिसमें आसाराम के खिलाफ दर्ज मुकदमे पर सवाल उठाया है। आरोप लगाने वाली युवती को उसके बयान के आधार पर कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की गई है।

ऋषि प्रसाद में छपे समर्थन में बयान

'अगर संतों को जेल में डालकर बदनाम करने का षड्यंत्र होता रहा तो भारत की अस्मिता, संस्कृति सुरक्षित नहीं रह पाएगी। आसाराम बापू आरोपों से बरी होंगे'। - काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य श्री स्वामी नरेंद्रानंदजी

'हमारे संतों पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। हमारे पूज्य संत आसाराम बापू 73 वर्ष उम्र के हैं, उनके ऊपर रेप का चार्ज लगाकर गिरफ्तार करते हो? यह हिंदू समाज को बताने के लिए है कि तुम्हारे अंदर जो संतों को सम्मान है उसे हम मिटाकर रख देंगे।' -अशोक सिंहल, विहिप नेता

दुष्कर्म पीड़िता की मदद को आगे आई एडवा

शाहजहांपुर, जागरण संवाददाता। दुष्कर्म के दोहरे आरोप में ट्रांजिट रिमांड की मियाद पूरी होने पर आसाराम जोधपुर भले पहुंच गए लेकिन उनकी मुश्किलें कम नहीं हो रहीं। महिला उत्पीड़न के खिलाफ काम करने वाली संस्था ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वीमेंस एसोसिएशन (एडवा) ने दुष्कर्म की शिकार छात्रा की मदद का बीड़ा उठाया है। संस्था की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कानपुर की पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने प्रदेश अध्यक्ष मधु गर्ग, प्रदेश सचिव सीमा राना को पीड़िता के घर भेजकर हालात का जायजा लिया। हौसला बढ़ाया।

लखनऊ से शाहजहांपुर पहुंची एडवा की प्रदेश अध्यक्ष ने पीड़िता की शिक्षा में रुकावट को दूर करने के उपाय भी सुझाए। इग्नू समेत कई संस्थाओं का पता देकर शिक्षा में भरपूर मदद का भरोसा दिलाया। करीब डेढ़ घंटे की विजिट के दौरान एडवा की पदाधिकारियों ने आसाराम के कृत्यों तथा भक्तों के अंधविश्वास की बाबत बारीकी से पूछताछ भी की। प्रदेश अध्यक्ष ने छात्रा के पिता का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि उनकी बेटी ने देश की पीड़ित लाखों बेटियों को अन्याय के खिलाफ लड़ने की हिम्मत पैदा कर दी। इसी को देखकर सूरत की बहनों ने न्याय के लिए संघर्ष की शुरूआत की।

48 मामलों की पैरवी: एडवा की प्रदेश अध्यक्ष मधु गर्ग ने बताया कि संगठन प्रदेश में चार दर्जन दुष्कर्म मामलों में पीड़ितों की मदद कर रहा है। केरल की एस पल्ली तथा दिल्ली के निर्भया दुष्कर्म मामले में भी एडवा ने आंदोलन से न्याय की लड़ाई लड़ी। संस्था की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाषिनी अली आसाराम पीड़ित शाहजहांपुर की बेटी की मदद के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मुहिम चला रही हैं।

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