गर्मी की दुहाई दे सुब्रत राय ने लगाई जल्द फैसले की गुहार
करीब दो महीने से तिहाड़ जेल में बंद सहारा समूह के मुखिया सुब्रत राय ने गर्मी की दुहाई दे सुप्रीम कोर्ट से जल्दी फैसला सुनाने की गुहार लगाई है। शीर्ष अदालत ने हिरासत को गैरकानूनी ठहराने की सुब्रत राय की याचिका पर बहस सुनकर अपना फैसला 21 अप्रैल को सुरक्षित रख लिया था। सुब्रत राय व दो अन्य निदेशकों की ओर से अर्जी दाखिल कर रिहाई की शर्तो में बदलाव की भी मांग की गई है। इस अर्जी पर भी कोर्ट ने अभी तक कोई फैसला नहीं सुनाया है।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। करीब दो महीने से तिहाड़ जेल में बंद सहारा समूह के मुखिया सुब्रत राय ने गर्मी की दुहाई दे सुप्रीम कोर्ट से जल्दी फैसला सुनाने की गुहार लगाई है। शीर्ष अदालत ने हिरासत को गैरकानूनी ठहराने की सुब्रत राय की याचिका पर बहस सुनकर अपना फैसला 21 अप्रैल को सुरक्षित रख लिया था। सुब्रत राय व दो अन्य निदेशकों की ओर से अर्जी दाखिल कर रिहाई की शर्तो में बदलाव की भी मांग की गई है। इस अर्जी पर भी कोर्ट ने अभी तक कोई फैसला नहीं सुनाया है।
सुब्रत राय और दोनों निदेशक सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गत चार मार्च से दिल्ली के तिहाड़ जेल में हैं। कोर्ट ने उनकी रिहाई के लिए 10,000 करोड़ रुपये सेबी को अदा करने की शर्त रखी है। इस रकम में से 5,000 करोड़ नगद और 5,000 करोड़ की बैंक गारंटी देनी है। सहारा समूह रिहाई के लिए पैसे के भुगतान की शर्त में थोड़ा बदलाव चाहता है। समूह की दो कंपनियों ने निवेशकों से डिबेंचर जारी कर 24,000 करोड़ रुपये वसूले थे। शीर्ष अदालत ने यही रकम मय सूद वापस करने का आदेश दे रखा है।