कुछ इस तरह शुरू हुई थी शशि-सुनंदा की प्रेम कहानी
बहुत कम लोगों को पता होगा शशि थरूर और उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर की प्रेम कहानी और उनकी बीती जिंदगी में आए उतार-चढ़ाव के बारे में। आज हम आपको बताएंगे कैसे एक दूसरे के करीब आए शशि और सुनंदा।
By Edited By: Updated: Sat, 18 Jan 2014 07:41 AM (IST)
नई दिल्ली। बहुत कम लोगों को पता होगा शशि थरूर और उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर की प्रेम कहानी और उनकी बीती जिंदगी में आए उतार-चढ़ाव के बारे में। आज हम आपको बताएंगे कैसे एक दूसरे के करीब आए शशि और सुनंदा।
56 वर्षीय शशि थरूर और 50 वर्षीय सुनंदा पुष्कर पहली बार 2008 में दिल्ली में इंपीरियल में अवार्ड समारोह में मिले थे। सुनंदा उस एक संस्था से जुड़ी हुई थी और थरूर उसके संरक्षक थे। इससे पहले दोनों एक-दूसरे को बहुत ज्यादा नहीं जानते थे। अब आप सोच रहे होंगे कि वहीं से दोनों का प्रेम परवान चढ़ा होगा? पर ऐसा नहीं हुआ कि पहली नजर में ही दोनों में प्यार हो गया। दोनों ने प्रकृति के चलन के अनुसार दोस्ती से शुरुआत की। एक साल तक दोनों की दोस्ती चली और इस बीच दोनों की केवल तीन बार मुलाकात हुई। उनकी दूसरी मुलाकात दुबई में हुई। उस समय सुनंदा दुबई में ही रहती थी। दोनों के बीच ढेर सारे विषयों पर बातें होती रहती जिससे वे एक-दूसरे के और करीब आते गए और यहां से दोनों के बीच करीबी बढ़नी शुरू हो गई। थरूर ने सबसे पहले सुनंदा को अपने प्यार का इजहार सरकारी बंगले में किया था। इसके बाद ऑफिशियल प्रपोजल 2010 में कसौली में किया, जब दोनों ने सगाई की। आखिरकार, थरूर और सुनंदा के बीच दो साल के संबंध 22 अगस्त 2010 को शादी में तब्दील हो गया। थरूर और सुनंदा दोनों की यह तीसरी शादी थी। थरूर की पहली शादी तिलोत्तमा मुखर्जी से हुई थी जिसके बाद उन्होंने कनाडा क्रिस्टा जाइल्स से विवाह किया था। दूसरी पत्नी से थरूर के दो बेटे हैं।
वहीं कश्मीर मूल की कनाडाई नागरिक सुनंदा पुष्कर की भी यह तीसरी शादी थी। कश्मीर के सोपोर की रहने वाली सुनंदा का परिवार आतंकवाद की वजह से जम्मू आ गया था। उनके पिता आर्मी ऑफिसर थे। सुनंदा ने पहली शादी संजय रैना से की, जो एक कश्मीरी थे। उनसे अलग होने के बाद उन्होंने केरल के व्यवसायी सुजिथ मेनन से शादी की लेकिन 1997 में एक सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। सुनंदा की दूसरे पति से एक 17 साल का लड़का भी है। थरूर और सुनंदा के बीच संबंध का पता लोगों को तब चला जब आईपीएल की कोच्चि टीम की फ्रेंचाइजी को लेकर विवाद हुआ। सुनंदा कोच्चि टीम को खरीदना चाहती थी और उसमें थरूर उनकी मदद कर रहे थे। मामला इतना बढ़ा कि आखिरकार थरूर को विदेश राज्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। उस समय थरूर ने सुनंदा से अपने रिश्तों की बात कबूल की थी।
थरूर के दूसरी बार मंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी की सुनंदा को '50 करोड़ की गर्लफ्रैंड' कहने के बाद बयानबाजी का ऐसा दौर चला कि थरूर को लवगुरु और उनके लिए लव अफेयर्स मिनिस्ट्री बनाने तक की बात कह दी गई। इस पर थरूर कहा, प्यार की कीमत तुम का समझो मोदी जी, डायलॉग मारकर उन्होंने जो प्यार की कीमत समझाई उसके लिए उनकी प्यार की कहानी सब तक पहुंचाना लाजमी थी।
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