सुषमा ने किया भाजपा को बेचैन
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। लोकसभा चुनाव से पहले अपना दायरा बढ़ाने में जुटी भाजपा को सुषमा स्वराज के नए तेवर ने सन्न कर दिया है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर सुषमा ने बीएसआर कांग्रेस के भाजपा में विलय या गठबंधन से खुले तौर पर मना कर दिया है। जबकि हरियाणा में विनोद शर्मा के नाम पर भी आपत्ति जता दी है। विनोद कांग्रेस छोड़ राजग सहयोगी कुलदीप बिश्नोई की पार्टी हजकां में शामिल होने जा रहे थे। सुषमा की आपत्ति के बाद गुरुवार को यह टल गया।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। लोकसभा चुनाव से पहले अपना दायरा बढ़ाने में जुटी भाजपा को सुषमा स्वराज के नए तेवर ने सन्न कर दिया है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर सुषमा ने बीएसआर कांग्रेस के भाजपा में विलय या गठबंधन से खुले तौर पर मना कर दिया है। जबकि हरियाणा में विनोद शर्मा के नाम पर भी आपत्ति जता दी है। विनोद कांग्रेस छोड़ राजग सहयोगी कुलदीप बिश्नोई की पार्टी हजकां में शामिल होने जा रहे थे। सुषमा की आपत्ति के बाद गुरुवार को यह टल गया।
कर्नाटक और हरियाणा ऐसे राज्य है, जहां भाजपा के लिए चुनौतियां हैं। पिछली बार सबसे ज्यादा सीट देने वाले कर्नाटक में पार्टी के बिखराव के बाद फिर से ताकत बटोरने की कोशिश शुरू हो गई है। टूट कर गए बीएस येद्दयुरप्पा वापस लौट आए हैं। अब विवादित लेकिन मजबूत रेड्डी भाइयों के साथ बी.श्रीरामुलू अपनी नई पार्टी बीएसआर कांग्रेस को भाजपा में विलय कराने का फैसला कर चुके हैं। बताते हैं कि प्रदेश स्तर पर अधिकतर नेताओं के साथ-साथ केंद्र के भी कुछ नेताओं ने अपनी सहमति दी है। दरअसल उनका मानना था कि विलय से भाजपा को 3 फीसद वोट का लाभ मिलेगा। लेकिन सुषमा के सार्वजनिक विरोध ने पार्टी के कई नेताओं को बेचैन कर दिया है। विरोध दर्ज कराने के लिए पत्र लिखने के साथ सुषमा ने ट्वीट को चुना और उसी पर यह जानकारी दे दी कि 'वह बीएसआर कांग्रेस के भाजपा में विलय का विरोध करती हैं।' उन्होंने राजनाथ को लिखा, 'किसी भी कीमत पर यह संभावित गठबंधन रोका जाना चाहिए।'