सोनिया की तारीफ में सुषमा ने काढ़े कसीदे
नई दिल्ली [जाब्यू]। पंद्रहवीं लोकसभा के आखिरी सत्र की कड़वाहट को भुलाकर नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने अंतिम दिन संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य कांग्रेसी नेताओं की जमकर तारीफ की। यह वही सुषमा हैं, जिन्होंने कभी कहा था कि अगर सोनिया प्रधानमंत्री बन जाएं तो वह अपना सिर मुंडा देंगी। शुक्रवार को उन्होंने कहा ि
नई दिल्ली [जाब्यू]। पंद्रहवीं लोकसभा के आखिरी सत्र की कड़वाहट को भुलाकर नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने अंतिम दिन संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य कांग्रेसी नेताओं की जमकर तारीफ की। यह वही सुषमा हैं, जिन्होंने कभी कहा था कि अगर सोनिया प्रधानमंत्री बन जाएं तो वह अपना सिर मुंडा देंगी। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि वह सम्मानित नेता हैं। पंद्रहवीं संसद के आखिरी सत्र के अंतिम दिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर भी लोकसभा की कार्यवाही देखने पहुंची।
सुषमा स्वराज को उस समय सभी लोकसभा सदस्यों की तालियां मिलीं, जब उन्होंने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ की शरारत पर शिंदे की शराफत भारी पड़ी। उन्होंने कहा कि हम सत्र का समापन खट्टी-मीठी यादों के साथ कर रहे हैं। जब इतिहास लिखा जाएगा तो 15वीं लोकसभा को सबसे ज्यादा बाधित सदन के रूप में दर्ज किया जाएगा। बावजूद इसके इस दौरान कई अहम और अटके पड़े विधेयक पारित हुए। हमने एक-दूसरे का विरोध किया, लेकिन हम दुश्मन नहीं हैं। हमने विचारधारा के आधार पर विरोध किया। शुक्रवार को 76 वर्षीय गुरशरण कौर दो अन्य लोगों के साथ शून्यकाल में संसद पहुंचीं और स्पीकर गैलरी में बैठकर सदन की कार्यवाही देखी। कौर करीब आधा घंटा गैलरी में मौजूद रहीं, लेकिन दिलचस्प है कि जब तक वह गैलरी में रहीं सदन में प्रधानमंत्री मौजूद नहीं थे। सदन भी बीते कई दिनों बाद सामान्य ढंग से चला।