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उमा भारती : कैबिनेट मंत्री

नई दिल्ली। भारत की लोकप्रिय महिला राजनीतिज्ञों में शुमार उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उन्हें ग्वालियर की महारानी विजयराजे सिंधिया ने उभारा। हमेशा भगवा वस्त्र धारण करने वाली उमा का विवादों से गहरा नाता रहा है। 2003 में भाजपा ने मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में उन्हें अपना अगुवा बनाया था। इस चुनाव में भाजपा को 1

By Edited By: Updated: Mon, 26 May 2014 06:53 PM (IST)
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नई दिल्ली। भारत की लोकप्रिय महिला राजनीतिज्ञों में शुमार उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उन्हें ग्वालियर की महारानी विजयराजे सिंधिया ने उभारा। हमेशा भगवा वस्त्र धारण करने वाली उमा का विवादों से गहरा नाता रहा है। 2003 में भाजपा ने मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में उन्हें अपना अगुवा बनाया था। इस चुनाव में भाजपा को 166 सीटें मिलीं। जिसके बाद 8 दिसंबर 2003 को उन्हें मध्य प्रदेश का 22वां मुख्यमंत्री बनाया गया। लेकिन वे अधिक समय तक इस पद पर नहीं रह सकीं और नौ महीने बाद ही उन्हें इस पद से इस्तीफा देना पड़ा। फिलहाल 16वीं लोकसभा में वह झांसी से सांसद चुनी गई हैं।

3 मई 1959 को मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में जन्मी उमा भारती अविवाहित हैं और युवावस्था में ही भाजपा से जुड़ गयीं थीं। उन्होंने 1984 में सबसे पहले लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गयीं। 1989 के लोकसभा चुनाव में वह खजुराहो संसदीय क्षेत्र से सांसद चुनी गयीं और 1991, 1996, 1998 में यह सीट बरकरार रखीं। 1999 में वह भोपाल सीट से सांसद चुनी गयीं। वाजपेयी सरकार में वह मानव संसाधन विकास, पर्यटन, युवा मामले एवं खेल, और अंत में कोयला और खदान जैसे विभिन्न राच्य स्तरीय और कैबिनेट स्तर के विभागों में कार्य किया।

नवंबर 2004 को लालकृष्ण आडवाणी की आलोचना के बाद उन्हें भाजपा से बर्खास्त कर दिया गया। 2005 में उनकी बर्खास्तगी हट गयी और उन्हें पार्टी की संसदीय बोर्ड में जगह मिली। इसी साल वह पार्टी से हट गयी क्योंकि उनके प्रतिद्वंदी शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया गया। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनशक्ति पार्टी नाम से एक अलग पार्टी बना ली। लेकिन 7 जून 2011 को फिर से भाजपा में उनकी वापसी हुई।