पानी, बिजली बंटवारे को लेकर आंध्र-तेलंगाना में शीतयुद्ध तेज
कभी एक राज्य रहे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में इन दिनों नदियों के जल और बिजली के बंटवारे को लेकर शीतयुद्ध छिड़ा हुआ है। आलम यह है कि इस जुबानी जंग में दोनों प्रदेशों के नेता संसदीय परंपराओं को ताक पर रखते हुए एक-दूसरे पर हमले बोल रहे हैं।
हैदराबाद। कभी एक राज्य रहे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में इन दिनों नदियों के जल और बिजली के बंटवारे को लेकर शीतयुद्ध छिड़ा हुआ है। आलम यह है कि इस जुबानी जंग में दोनों प्रदेशों के नेता संसदीय परंपराओं को ताक पर रखते हुए एक-दूसरे पर हमले बोल रहे हैं। शुक्रवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को धोखेबाज कहा तो शनिवार को पूरी की पूरी तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) केसीआर पर हमलावर हो गई। आंध्र प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री डॉ. उमाशंकर राव ने कहा कि जिस तरह की भाषा का चंद्रशेखर राव इस्तेमाल कर रहे हैं, उससे तेलुगु लोगों का सिर शर्म से झुक जा रहा है। राज्य के उप मुख्यमंत्री एन चिन्ना राजप्पा का कहना है कि केसीआर जनता को मूर्ख बना रहे हैं। वह एक नकारा मुख्यमंत्री हैं। उनके निकम्मेपन की सजा तेलंगाना की जनता भोग रही है। राजप्पा ने कहा कि कृष्णा नदी जल बंटवारे पर वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री से सार्वजनिक बहस करने के लिए तैयार हैं। आंध्र के अन्य मंत्री जी श्रीनिवास राव के अनुसार तेलंगाना की सारी समस्याओं की जड़ चंद्रशेखर राव का नकारा प्रशासन है। वह अपनी कमियों को छिपाने के लिए चंद्रबाबू नायडू पर बेवजह हमला बोल रहे हैं। इससे पूर्व चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार रात को कहा था कि नायडू संयुक्त आंध्र प्रदेश के विद्युत संयंत्रों द्वारा उत्पादित बिजली में तेलंगाना का हिस्सा नहीं दे रहे हैं। इसके खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
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