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जंतर मंतर से सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर किए 10 तीखे हमले

लोकतंत्र बचाओ रैली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को जन सरोकारों से लेना देना नहीं है।

By Lalit RaiEdited By: Updated: Sat, 07 May 2016 08:02 AM (IST)
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नई दिल्ली (जेएनएन)। अगस्ता वेस्टलैंड के मुद्दे पर घिरी कांग्रेस ने संसद के बाहर शक्ति प्रदर्शन किया। 'लोकतंत्र बचाओ' के नारे के साथ कांग्रेस ने केंद्र सरकार की घेरेबंदी की। जंतर मंतर पर आयोजित एक सभा में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने एक सुर में बोला कि कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी। देश में अलग अलग पार्टियों ने कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देखा लेकिन पार्टी बहती गंगा की धारा की तरह अनवरत लोगों के जेहन में बनी हुई है।

'नागपुर के इशारे पर चल रही सरकार'

लोकतंत्र बचाओ रैली में सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा।

1. नागपुर के इशारे पर केंद्र की सरकार चल रही है। उनकी मर्जी के बगैर कोई फैसला नहीं हो रहा है।

2. हमारी पूरी जिंदगी संषर्ष की रही है। हमने बहुत कुछ संघर्षों ने हमें बहुत कुछ सिखाया है। वो नहीं जानते हैं कि कांग्रेसी किस मिट्टी के बने हैं। जरूरत पड़ी तो हम कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं।

3. मंहगाई की वजह से लोगों को परिवार चलाने में मुश्किल आ रही है। लेकिन मोदी सरकार ने आंखें बंद कर रखी हैं।

4. झूठे सपने दिखाकर नरेंद्र मोदी ने सत्ता हासिल की। यही नहीं एक-एक करके कांग्रेस शासित राज्य सरकारों को गिराने की साजिश रची जा रही है।

5. केंद्र सरकार धर्म, जाति और संप्रदाय के नाम पर देश को तोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है।

6. पिछड़ों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। आरक्षण को सुनियोजित ढंग से खत्म करने की साजिश रची जा रही है।

7. पिछले 2 साल में मोदी सरकार ने देश को बर्बाद कर दिया है। देश की संवैधानिक संस्थाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है।

8. छात्रों पर जुल्म हो रहे हैं। सरकार किसी भी छात्र को देशद्रोही साबित करने में चूक नहीं कर रही है।

9. लोकतंत्र की ईंट से ईंट बच जाए लेकिन भाजपा सभी संस्थाओं को अपने चंगुल में रखना चाहती है।

10. देश की विरासत की सुरक्षा के लिए सभी धर्म और संप्रदाय को एक चश्मे से देखने की जरूरत है। लेकिन मौजूदा सरकार के चश्मे का रंग तो कुछ और ही है।

तस्वीरों में देखें लोकतंत्र बचाओ मार्च का नजारा

लोकतंत्र बचाओ मार्च के तहत कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने संसद मार्ग थाने में गिरफ्तारी दी। गिरफ्तारी देेने वालों में सोनिया गांधी पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल हैं। बाद में इन लोगों को रिहा कर दिया गया। संसद की तरफ मार्च करने के दौरान इन नेताओं की गिरफ्तारी की गयी थी।

'देश में मोदी-भागवत की सरकार '

राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस देश में केवल मोदी और मोहन भागवत की चल रही है। केंद्र कांग्रेस मुक्त भारत के लिए गंदी राजनीति का सहारा ले रही है। मोदी सरकार नियम कानूनों को तोड़ने में यकीन रखती है। उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश इसके उदाहरण हैं। देश के 40 फीसद सूखे की चपेट में हैं। बुंदेलखंड और विदर्भ जल रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार सोयी हुई है।

'कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी'

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस भारत की आत्मा है। पार्टी बहती गंगा की तरह है। देश में यूनिवर्सिटी और कोर्ट भी सुरक्षित नहीं हैं। कई लोगों ने कांग्रेस को मिटाने की कोशिश की । लेकिन कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी । कुछ लोग कांग्रेस मुक्त भारत चाहते हैं। लेकिन हकीकत ये है कि कांग्रेस को कोई मिटा नहीं सकता है।

अगस्ता वेस्टलैंड स्कैम मामले में बैकफुट पर रही कांग्रेस ने आक्रामक अंदाज में जवाब दिया। केंद्र सरकार के खिलाफ निकाले जाने वाले मार्च को कांग्रेस ने 'लोकतंत्र बचाओ' नाम दिया । जंतर मंतर पर केंद्न सरकार के विरोध में कांग्रेस के दिग्गज नेता जुटे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने कहा कि ईडी और सीबीआई के जरिए केंद्र सरकार पार्टी को बदनाम कर रही है। इसके अलावा कांग्रेस शासित राज्य सरकारों को अस्थिर करने की साजिश भी रच रही है।

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‘लोकतंत्र बचाओं मार्च’ पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया
कांग्रेस के लोकतंत्र बचाओं मार्च पर केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामले और संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जब कांग्रेस अगस्ता वेस्टलैंड मुद्दे पर जांच कराने की बात बोल रही तब फिर क्यों ऐसा कर रही है। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह बहुत आश्चर्य की बात है लोकतंत्र बचाने के लिए सांसद संसद के घेराव करने की कोशिश कर रहे थे। इस तरह के विरोध का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि वह उस मुद्दे का विरोध कर रहे हैं जिसका उन्हें खुद पता नहीं है। यह मामला जांच के अधीन है।

अगस्ता वेस्टलैंड-नकद में पहुंची थी दलाली की रकम

राज्यसभा में कल अगस्ता मामले में एक बिचौलिये मिशेल के बयान पर जमकर हंगामा हुआ था। मिशेल ने कहा था कि सौदे मेें अधिकारियों तक दलाली की रकम पहुंचायी गयी थी। लेकिन नेताओं का नाम शामिल करने के लिए उस पर दबाव बनाया गया था। मिशेल के इस बयान के बाद कांग्रेस सांसदों ने कहा कि अब ये बात साफ है कि केंद्र की मोदी सरकार पार्टी की प्रतिष्ठा पर चोट पहुंचाना चाहती है। कांग्रेस ने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड में टेंडर में शामिल सभी शर्तों के मुताबिक फैसला किया गया था।