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किशनगंज में मंदिर के लिए आरक्षित भूमि पर मांस फेंकने से तनाव, क‌र्फ्यू

मंदिर के लिए सुरक्षित भूमि पर अराजक तत्वों द्वारा सोमवार को मृत जानवर का मांस फेंके जाने की घटना के बाद क्षेत्र में उपद्रव को देखते शहर में दो दिनों के लिए क‌र्फ्यू लगा दिया गया है। गौरतलब है कि सोमवार शाम नगर परिषद के उत्तरपाली मुहल्ले के काली मंदिर के लिए सुरक्षित भूमि पर अराजतक तत्वों ने मृत जानवर का मां

By Sanjay BhardwajEdited By: Updated: Tue, 07 Oct 2014 08:24 PM (IST)
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किशनगंज। मंदिर के लिए सुरक्षित भूमि पर अराजक तत्वों द्वारा सोमवार को मृत जानवर का मांस फेंके जाने की घटना के बाद क्षेत्र में उपद्रव को देखते शहर में दो दिनों के लिए क‌र्फ्यू लगा दिया गया है।

गौरतलब है कि सोमवार शाम नगर परिषद के उत्तरपाली मुहल्ले के काली मंदिर के लिए सुरक्षित भूमि पर अराजतक तत्वों ने मृत जानवर का मांस फेंक दिया था। इससे उत्तेजित एक वर्ग द्वारा ठाकुरंगज पथ को रात को जाम कर दिया गया और दोषी को गिरफ्तार करने की मांग की। रात 12 बजे यातायात चालू हुआ।

सुबह आठ बजे ठाकुरगंज पथ स्थित मुख्य शहरी चौक पश्चिमी पाली को लोगों ने कब्जे में लेकर आवागमन ठप कर दिया। तनाव को देखते हुए शहर की दुकानें नहीं खुली। दस बजते रेल मार्ग, एनएच 31, अस्पताल रोड, धर्मगंज चौक, केलटैक्स चौक आदि प्रमुख पथों को लोगों ने बैरियर व टायर जला कर अवरुद्ध कर दिया। रेलवे स्टेशन के पूछताछ कक्ष को लोगो ने बंद करवाते हुए खिड़की पर लगे कांच को तोड़ दिए। घटना को लेकर की गई शांति समिति की बैठक में डीएम, एसपी, कोचाधामन विधायक मास्टर मुजाहिद आलम, भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल, जिला परिषद अध्यक्ष कमरुल होदा, नप अध्यक्ष श्रीमती आर्ची देवी, नप उपाध्यक्ष अजय साहा, भाजपा उद्योग मंच के प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोक चंद्र जैन सहित 15-20 नगर पार्षद सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। सवा दस बजे शांति समिति की बैठक समाप्त हुई। बैठक में दोषी को गिरफ्तार करने की मांग की गई। प्रशासन ने 24 घंटे का समय लिया, लेकिन माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।

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