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लश्कर का मास्टरमाइंड है अब्दुल सुब्हान, नया मॉड्यूल तैयार करने की थी जिम्मेदारी

पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य अब्दुल सुब्हान से पूछताछ में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल व केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। पाकिस्तान में बैठे लश्कर कमांडर जावेद बलूची ने भारत में लश्कर के नेटवर्क को खड़ा करने की सारी जिम्मेदारी अब्दुल सुब्हान को सौंपी थी। पता चला है कि

By Edited By: Updated: Wed, 30 Jul 2014 09:41 AM (IST)
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नई दिल्ली। पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य अब्दुल सुब्हान से पूछताछ में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल व केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। पाकिस्तान में बैठे लश्कर कमांडर जावेद बलूची ने भारत में लश्कर के नेटवर्क को खड़ा करने की सारी जिम्मेदारी अब्दुल सुब्हान को सौंपी थी। पता चला है कि सुब्हान दिल्ली-एनसीआर के किसी बड़े बिजनेसमैन के अपहरण के प्रयास में था ताकि वसूली गई फिरौती की रकम से भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया जा सके।

सुरक्षा एजेंसियों को मिली जानकारी के अनुसार, जावेद बलूची अब्दुल सुब्हान से तो बात करता ही था, वह कोलकाता की अलीपुर जेल में बंद सुब्हान के भांजे असहबुद्दीन उर्फ शौकत से भी बात करता था। फोन इंटरसेप्शन से इनकी बातचीत सुनने के बाद सेल व सुरक्षा एजेंसियों को यह जानकारी मिली थी। सुब्हान व अलीपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाए गए असहबुद्दीन उर्फ शौकत से पूछताछ में इसकी पुष्टि हो गई है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान से अलीपुर की जेल में फोन आने की घटना को सुरक्षा में बहुत बड़ी सेंध मान रही हैं। इस बाबत अलीपुर जेल अधीक्षक व पश्चिम बंगाल सरकार को सूचित किया जा रहा है।

विशेष आयुक्त स्पेशल सेल एसएन श्रीवास्तव ने बताया कि हरियाणा के मेवात जिला अंतर्गत गुमत बिहारी इलाके का रहने वाला 42 वर्षीय अब्दुल सुब्हान भारत में लश्कर का नेटवर्क तैयार कर रहा था। वह राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, बिहार व यूपी में गरीब मुस्लिम युवकों को जेहाद के नाम पर भड़काकर नया मॉड्यूल तैयार करने की कोशिश में था। काफी हद तक वह मकसद में सफल भी हो गया था किंतु इस वर्ष जनवरी में उसके दो साथी व अब खुद के भी पकड़े जाने से लश्कर की उम्मीदों पर पानी फिर गया। बता दें कि हाल के वर्षो में लश्कर के कई बड़े आतंकी पकड़े गए हैं। सुब्हान व असहबुद्दीन को पहली बार सीबीआइ ने 2001 में गुजरात के पाटन में हथियारों से लदे ट्रक के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों चालक व क्लीनर बनकर ट्रक में बैठे थे। ट्रक से भारी मात्रा में आरडीएक्स, एके-56 राइफलें, पिस्टल, टाइमर आदि बरामद हुए थे। जांच में पता चला था कि इस मामले में आफताब अंसारी, आजम चीमा व आसिफ रजा खान समेत करीब एक दर्जन कुख्यात बदमाश शामिल थे।

जांच एजेंसी को यह भी पता चला कि ट्रक पकड़े जाने से पूर्व इन आतंकियों व बदमाशों ने कोलकाता के नामी बिजनेसमैन और खादिम शूज के मालिक प्रथा राय बर्मन को अगवा कर लिया था। उनके परिजन से दुबई में करोड़ों रुपये की फिरौती वसूलने के बाद उन्हें छोड़ा गया। विस्फोटकों से लदा ट्रक पकड़े जाने के मामले में गुजरात जेल में बंद अब्दुल सुब्हान का चाल-चलन ठीक पाए जाने पर आठ साल बाद 2011 में उसे रिहा कर दिया गया था लेकिन वह फिर से लश्कर से जुड़ गया था।

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