कुलगाम की सभा में आतंकियों ने लहराए हथियार, दिए भड़काऊ भाषण
कश्मीर में 27वें दिन भी हालात सामान्य नहीं रहे। आतंकियों ने एक सभा के दौरान लोगों को भड़काऊ भाषण दिए।
श्रीनगर (राज्य ब्यूरो)। कश्मीर घाटी में गुरुवार को 27वें दिन भी हड़ताल, हिंसक प्रदर्शनों, कर्फ्यू और प्रशासनिक पाबंदियों से सामान्य जनजीवन ठप रहा। इस दौरान दक्षिण से लेकर उत्तरी कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों में 60 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। वहीं देर शाम कुलगाम में हिंसक भीड़ की आड़ में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी, जिसमें एक जवान घायल हो गया। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मीडिया में छाए एक वीडियो में आतंकी लोगों को भड़काऊ भाषण देते हुए भी दिखाई दिए। इनमें से कईयों के पास हथियार भी थे।
वहीं हाजिन (बांडीपोर) में युवकों ने हाथों में पाकिस्तानी ध्वज और आतंकी संगठनों के झंडे लेकर एक बाइक रैली भी निकाली, जबकि श्रीनगर समेत विभिन्न हिस्सों में लोगों ने नमाज-जुहर सड़कों पर ही अदा की।बंद और प्रशासनिक पाबंदियों के बीच श्रीनगर के फतेहकदल के अलावा बांडीपोर, नस्सू, सोनावारी, सोपोर, कुपवाड़ा, लंगेट, करालगुंड, अनंतनाग, त्राल, शोपियां व पुलवामा में लोगों ने दोपहर को नमाज ए जुहर सड़कों पर ही अदा की। इसके बाद उन्होंने वहां भारत विरोधी नारेबाजी भी की।
यहां पुलिस ने जुलूस निकालते हुए सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा रही भीड़ को रोकने का प्रयास किया। बेकाबू होती भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस व अर्द्धसैनिकबलों को भी लाठियां, आंसूगैस और पैलेट गन का सहारा लेना पड़ा। हालांकि पुलिस ने देर शाम तक हिंसक झड़पों में घायल हुए लोगों की संख्या की पुष्टि नहीं की, लेकिन सूत्रों ने बताया कि अनंतनाग जिले में 10, शोपियां में 22, हंदवाड़ा में 14, बांडीपोर में पांच, लोलाब व उसके साथ सटे इलाकों में तीन प्रदर्शनकारियों के जख्मी होने की सूचना है।
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