इस मुस्लिम उपदेशक के वीडियो देख आतंकियों ने ढाका में बिछा दी लाशें
जाकिर नायक को उनके कट्टरपंथी विचारों की वजह से ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया जाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। लेकिन भारत में ये खुलेआम इस्लाम के नाम पर भड़काउ भाषण देते हैं
नई दिल्ली, [अतुल गुप्ता]। शनिवार को बांग्लादेश में हुए आतंकी हमले के बारे में आपने पढ़ा ही होगा जहां 20 मासूम लोगों को कुछ सिरफिरे लोगों ने धर्म के नाम पर जान से मार दिया। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा कौन सा पाठ है जिसे पढ़कर पढ़े लिखे और अच्छे परिवारों से आने वाले लोग भी आदमखोर शैतान बन जाते हैं? कौन है जो लोगों को धर्म के नाम पर नौजवानों को आतंक की ट्रेनिंग दे रहा है? बांग्लादेश में मारे गए 6 आतंकियों की जब पहचान की गई तो उनमें से दो के बारे में पता चला कि वो पिछले कुछ समय से तीन चरमपंथी लोगों को फालो कर रहे थे जिनमें से एक भारत का रहने वाला है जिसका नाम है जाकिर नाइक।
अगर आप यूट्यूब खोलकर जाकिर नायक टाइप करेंगे तो आपको इन साहब के कई वीडियो मिलेंगे जिनमें ये लोगों को इस्लाम और कुरान या हदीस का कोई कोई पारा सुनाकर उसका मतलब समझाते हुए मिलेंगे। अब आपको बताते हैं कि ये साहब कौन हैं और इनका इतिहास क्या है?
जाकिर नायक को उनके कट्टरपंथी विचारों की वजह से ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया जाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। लेकिन भारत में ये खुलेआम इस्लाम के नाम पर भड़काउ भाषण देते हैं, पीस टीवी के नाम से ये एक टीवी चैनल भी चलाते हैं। इस चैनल पर इस्लाम की थ्योरी को अपने हिसाब से काट-पीटकर पूरी दुनिया तक पहुंचाया जाता है। बांग्लादेश में इनके फॉलोअर्स भारत से भी ज्यादा हैं। जाकिर नायक खुद को पेशे से डॉक्टर बताते हैं लेकिन उनके भाषणों में इस्लाम के नाम पर खुलेआम कत्ल करने और भडकाऊ भाषणों के अंश मिलते हैं।
इस्लाम की रक्षा के लिए ओसामा के साथ हूं- नाइक
ऐसे ही एक कार्यक्रम में जाकिर नाइक ने अल-कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन के बारे में कहा था कि 'अगर वो ओसामा इस्लाम के दुश्मनों से लड़ रहा है तो मैं उसके साथ हूं। अगर वो अमेरिका को डरा रहा है तो मैं उसके साथ हूं, जो कि सबसे बड़ा आतकंवादी है, तो मैं ओसामा के साथ हूं।'
हर मुसलमान को आतंकी होना चाहिए- नाइक
2010 में एक कार्यक्रम के दौरान जाकिर नाइक ने कहा था कि 'मैं मुसलमानों से कहना चाहता हूं कि हर मुसलमान को आतंकी होना चाहिए. आतंकी का मतलब क्या है? माने जो लोगों में आतंक फैलाए। इस हिसाब से हर मुसलमान को एंटी सोशल आदमी के लिए आतंकवादी होना चाहिए। मुझे पता है कि आतंकी किस संबंध में इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन मुसलमान को कभी मासूम को नहीं डराना चाहिए।
नौजवानों की रगों में धर्म के नाम पर खुलेआम जहर भरने वाला ये शख्स इस बात पर कभी बात नहीं करता कि इस्लाम में जिनती बार जिहाद नहीं लिखा उतनी बार रहम लिखा है। फिलाहल जाकिर नाइक एनआईए की रड़ार पर है और एनआईए उसपर कड़ी नजर बनाए हुए है।