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पीएम मोदी ने कही 'मन की बात', फसल बीमा योजना से जुड़ें किसान

ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर आए संकट को दूर करने और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों और नौजवानों पर भरोसा जताया है।

By Rajesh KumarEdited By: Updated: Sun, 31 Jan 2016 08:41 PM (IST)
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नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो । ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर आए संकट को दूर करने और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों और नौजवानों पर भरोसा जताया है। पीएम ने उम्मीद जताई है कि 'प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना' से जहां किसानों का संकट दूर होगा वहीं राजग सरकार के नए कार्यक्रम 'स्टार्ट अप इंडिया' से युवाओं को अनगिनत अवसर मिलेंगे।

प्रधानमंत्री ने रविवार को अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में कहा कि किसानों का सबसे बड़ा संकट यह है कि प्राकृतिक आपदा से उनकी पूरी मेहनत पर पानी फिर जाता है। इसलिए सरकार ने उन्हें सुरक्षा देने को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का तोहफा दिया है। पीएम ने कहा कि अब तक 20 से 25 प्रतिशत से अधिक किसान फसल बीमा के लाभार्थी नहीं बन पाए हैं। इसलिए सरकार ने फसल बीमा के लाभार्थियों को बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नई फसल बीमा योजना के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के साथ ही प्रीमियम की दरें भी काफी कम रखी हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे इस योजना की जानकारी अधिकाधिक किसानों तक पहुंचाएं।

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प्रधानमंत्री ने 16 जनवरी को लांच हुए 'स्टार्ट अप इंडिया' कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि इससे युवाओं के लिए अनगिनत अवसर आएंगे। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप्स को सूचना प्रौद्योगिकी से आगे दूसरे क्षेत्रों में ले जाने की जरूरत है। इस संबंध में उन्होंने आइआइएम से पढ़ाई कर सिक्किम में जैविक खेती कर रहे दो नौजवानों- अनुराग अग्रवाल और सिद्धि कर्नाणी का उदाहरण भी दिया। उन्होंने दिग्नेश पाठक का उदाहरण भी दिया जो पशुओं का आहार उपलब्ध कराते हैं।

पीएम के मन को भाया सोलर चरखा

चरखा चलाने के लिए सोलर एनर्जी के प्रयोग ने प्रधानमंत्री को प्रभावित किया है। पीएम ने रविवार को इस बात का जिक्र अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में करते हुए कहा कि इन दिनों सोलर चरखा का प्रयोग बहुत ही सफल रहा है। उसके कारण मेहनत कम हुई है, उत्पादन बढ़ा है और गुणात्मक परिवर्तन भी आया है। उन्होंने इस संबंध में राजस्थान के दौसा से गीता देवी, कोमल देवी और बिहार के नवादा जि़ले की साधना देवी का जिक्र करते हुए कहा कि सोलर चरखे से उनके जीवन में बहुत परिवर्तन आया है। उनकी आय दोगुनी हो गयी है।

खादी पहनने का आग्रह

लोगों से खादी पहनने का आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि खादी अब एक प्रतीक बन गया है। अब खादी युवा पीढ़ी के भी आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। फ़ैशन के रूप में भी खादी ने अपनी जगह बनाई है। खादी में करोड़ों लोगों को रोज़गार देने की ताकत है। पिछले दिनों रेल मंत्रालय, पुलिस विभाग, भारतीय नौसेना, उत्तराखण्ड के डाक-विभाग सहित कई सरकारी संस्थानों ने खादी के उपयोग में बढ़ावा देने के लिए पहल की हैं। सरकारी विभागों के इन प्रयासों से खादी क्षेत्र में काम करने वालों के लिए 18 लाख मानव दिन का रोजगार सृजित होगा।

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