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अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों से तालमेल बड़ी चुनौती

गणतंत्र दिवस परेड के दौरान सात स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किए जाने के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति को लेकर चिंतित अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल भारतीय एजेंसियों के लिए चुनौती बन गया है। हर बार किसी राष्ट्राध्यक्ष का स्वागत करने वाले इस आयोजन में यह पहला मौका है

By anand rajEdited By: Updated: Mon, 19 Jan 2015 10:09 AM (IST)

नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। गणतंत्र दिवस परेड के दौरान सात स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किए जाने के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति को लेकर चिंतित अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल भारतीय एजेंसियों के लिए चुनौती बन गया है। हर बार किसी राष्ट्राध्यक्ष का स्वागत करने वाले इस आयोजन में यह पहला मौका है, जब इन्हें इंतजाम के हर कदम पर अमेरिकी एजेंसी को साथ लेकर चलना पड़ रहा है। हालांकि, इससे सुरक्षा संबंधी कोताही की गुंजाइश और कम हो सकेगी।

ओबामा की सुरक्षा संबंधी चिंताओं को देखते हुए अमेरिकी एजेंसियों को कई स्तर पर सुरक्षा तैयारियों में शामिल किया गया है। गणतंत्र दिवस परेड के दौरान ओबामा के आसपास उनकी सुरक्षा के लिए विशेष दस्ते के जवान भी मौजूद रहेंगे। इसी तरह चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए बनाए गए विभिन्न कंट्रोल रूम में उन्हें भी साथ रखा जाएगा। हालांकि, नार्थ ब्लॉक में पूरे सुरक्षा इंतजाम की शीर्ष स्तर पर हो रही निगरानी में अमेरिकी एजेंसियों को शामिल नहीं किया गया है।

सिर्फ दिल्ली में ही इस दौरान 15 हजार सीसीटीवी कैमरों से निगरानी हो रही होगी। इनसे आ रही सीधी तस्वीरों पर लगातार सुरक्षा एजेंसियों की नजर रहेगी। गणतंत्र विदस के दिन दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर नजर रखने में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के 20 हजार जवान भी दिल्ली पुलिस की मदद करेंगे। परेड वाले इलाके की सुरक्षा के लिए विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों का सात स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है।

इस पर लगातार शीर्ष अधिकारी नजर रख रहे होंगे। इसी तरह लोगों के बीच खुफिया एजेंसियों के लोग भी सादे लिबास में मौजूद होंगे। हवाई हमले से रक्षा के लिए वायु सेना तो लगी ही होगी, आसपास की इमारतों पर स्नाइपर्स भी मौजूद रहेंगे। अमेरिकी एजेंसियों के अनुरोध पर परेड के इलाके के आस-पास के मेट्रो स्टेशन और दफ्तर आदि 72 घंटे पहले ही बंद कर दिए जाएंगे।

आइटीसी मौर्या होटल में बनाएंगे कंट्रोल रूम

तीन दिन के दौरे पर 25 जनवरी को यहां पहुंच रहे अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर दोनों देश बेहद सतर्क हैं। इस दौरान वे आइटीसी मौर्या होटल में जिस तल पर रुकेंगे, वहां अमेरिकी एजेंसियों ने पहले से कब्जा कर लिया है। यहीं से वे अपना कंट्रोल रूम भी चलाएंगे, जो उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार नजर रखेगा। पूरे बंदोबस्त के लिए डेढ़ हजार से ज्यादा अमेरिकी सुरक्षा बल दिल्ली में मौजूद रहेंगे।

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