प्रशांत भूषण का जवाब, बोले- जल्द ही सबके सामने होगा सच
आम आदमी पार्टी के नेता प्रशांत भूषण ने आप द्वारा जारी किए गए उस बयान का जवाब देते हुए बोले कि अब वह समय आ गया है कि देश के सामने सच उजागिर हो जाए और ऐसा बहुत जल्द होगा। पहले तो दूसरों के जरिए हम पर आरोप लगवाए जा
By manoj yadavEdited By: Updated: Tue, 10 Mar 2015 12:03 PM (IST)
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के नेता प्रशांत भूषण ने आप द्वारा जारी किए गए उस बयान का जवाब देते हुए बोले कि अब वह समय आ गया है कि देश के सामने सच उजागिर हो जाए और ऐसा बहुत जल्द होगा। पहले तो दूसरों के जरिए हम पर आरोप लगवाए जा रहे थे, अब पार्टी के पहली पंक्ति के नेता अब आरोप लगा रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि आप की स्थापना पारदर्शिता के सिद्धांत, लोकतंत्र और स्वराज के लिए की गई है, जिसके लिए हम लड़ते रहेंगे।
आम आदमी पार्टी द्वारा जारी किए गए बयान पर योगेंद्र ने भी ट्वीट किया है कि हम इस बयान का स्वागत करते हैं और हम सब मिलकर एक पारदर्शी बहस करते हैं, जिससे सच सामने आ जाए। साथ ही उन्होंने लिखा है कि हम अपने साथियों से यह अपील करते हैं कि वे दिल्ली के विधायकों को हमारे खिलाफ बयान देने से रोकें। योगेंद्र ने आगे लिखा है कि मुझे उम्मीद है कि मेरे और प्रशांत भूषण के बयानों को भी पार्टी अपनी वेबसाइट पर उसी तरह से प्रकाशित करेगी। ताकि कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रियाएं ली जा सकें। अंत में उन्होंने लिखा है कि मैं उम्मीद करता हूं कि मेरे साथी अब अफवाहें नहीं फैलाएंगे। सत्य की विजय जरूर होगी। गौरलतलब है कि प्रशांत भूषण का यह बयान उसके बाद आया है, जिसमें आप की तरफ से प्रशांत भूषण, शांति भूषण और योगेंद्र यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने की बात कही गई थी। यहां तक कहा जा रहा है कि ये लोग चाहते थे कि पार्टी दिल्ली में सरकार न बना पाए। यहां तक कि योगेंद्र यादव के ऊपर आरोप लगाया गया है कि वे समाचार पत्रों में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ खबरें लगवाते थे और पार्टी को हराने में लगे थे। पार्टी की तरफ से प्रशांत और शांति भूषण के खिलाफ भी आरोप लगाए गए हैं। उधर, आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुई शाजिया इल्मी ने कहा है कि योगेंद्र और प्रशांत भूषण पर लगाए ये आरोप निराधार हैं। आप के इस बयान पर कोई भरोसा नहीं कर सकता है कि योगेंद्र और प्रशांत आप को हरना और भाजपा को जिताना चाहते थे। अगर ऐसा था तो इन्हें चुनाव के दौरान यह बात सार्वजनिक करनी चाहिए थी। सच तो यह है कि जो व्यक्ति पार्टी की पारदर्शिता, फंड और प्रत्याशियों के चयन के बारे में सवाल करेगा उसको बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है।
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने कहा है कि योगेंद्र यादव औऱ प्रशांत भूषण दोनों यह चाहते थे कि मनीष सिसोदिया और गोपाल राय को पीएसी से बाहर कर दिया जाए।पढ़ेंः प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को हटाने की तैयारी में 'आप'