केरल विधानसभा चुनाव: तृणमूल कांग्रेस ने जारी की 70 उम्मीदवारों की पहली सूची
केरल विधानसभा चुनाव को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।140 सदस्यीय विधानसभा के लिए टीएमसी ने 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। अगली लिस्ट में जल्द ही बाकी उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी।
By anand rajEdited By: Updated: Sat, 12 Mar 2016 04:42 PM (IST)
कोच्चि। केरल विधानसभा चुनाव को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।140 सदस्यीय विधानसभा के लिए टीएमसी ने 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। अगली लिस्ट में जल्द ही बाकी उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी।
केरल में टीएमसी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज संकरानेल्लूर ने पहली लिस्ट जारी करते हुए कहा कि जल्द ही पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी की मंजूरी मिलने के बाद दूसरी लिस्ट भी जारी कर दी जाएगी। संकरानेल्लूर ने बताया कि प्रदेश में पार्टी के प्रचार के लिए दीदी ( ममता बनर्जी) अप्रैल महीने में तीन रैलियों को संबोधित करेंगी। तीनों रैलियां तीरुअनंतपुरम, कोच्चि और कोझीकोड में होंगे।ये भी पढ़ेंः TMC के लिए चुनाव प्रचार में उतरे बाईचूंग भूटिया, लोगों से की वोट देने की अपील टीएमसी प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि केरल में करीब दो लाख बंगाली कार्यकर्ता पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी उनकी पार्टी करीब 40 सीटों पर चुनाव परिणाम बदल सकती है। हालांकि उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि फिलहाल हम एक भी सीट पर जीत का दावा नहीं करते, लेकिन अगले पांच सालों में हम काफी मजबूती से उभर कर सामने आएंगे।
ये भी पढ़ेंः बंगाल में लड़ी जाएगी बिहार की लड़ाई, भाजपा के खिलाफ बन रहे हैं दो मोर्चे संकरानेल्लूर ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाकपा ( सीपीआई) से हाथ मिलाने से कांग्रेस के काफी कार्यकर्ता नाराज हैं और वे जल्द ही टीएमसी में शामिल होने वाले हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस नेता और चेंगनौर के पूर्व विधायक शोभना जॉर्ज भी जल्द ही तृणमूल में शामिल होंगे।
शुक्रवार को पार्टी अध्यक्षा ममता बनर्जी ने कोलकाता में कहा था कि वे कांग्रेस और भाकपा के गठबंधन की पोल खोलेंगी। उन्होंने कहा था कि वे केरल को लोगों को बताएंगी कि कैसे ये दोनों पार्टियां यहां को लेगों को बेवकूफ बना रही हैं। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भाकपा को अपने झंडे के साथ-साथ अपने आप को बेच दिया है। दोनों ही पार्टियां अपनी विचारधारा भूल चूकी हैं। वे भूल गए हैं कि गांधीवादी है या नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विचारधारा को मानते हैं।ये भी पढ़ेंः प. बंगाल चुनाव : आइबी की रिपोर्ट में तृणमूल की सीटें घटने का दावा उन्होंने आरोप लगाया कि जब ये दोनों पार्टियां बंगाल में एक हैं तो इन्हें पूरे देश में भी एक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति में पारदर्शिता बहुत बड़ी चीज है। लेकिन ये दोनों पार्टियां इसे भूल चुकी हैं।