पति की सलामती के लिए आज करवाचौथ का व्रत
कार्तिक कृष्णपक्ष की चंद्रोदयव्यापिनी चतुर्थी यानी करवाचौथ पर सुहागिनें पति की सलामती के लिए आज व्रत रखेंगी।
नई दिल्ली। कार्तिक कृष्णपक्ष की चंद्रोदयव्यापिनी चतुर्थी यानी करवाचौथ पर सुहागिनें पति की सलामती के लिए रविवार को व्रत रखेंगी। अखंड सुहाग की कामना के लिए महिलाएं रविवार को दिनभर निर्जला रहकर भजन-कीर्तन में लीन रहेंगी। शाम को सूर्यास्त होते ही महिलाएं 16 श्रृंगार करके चंद्रोदय के बाद मां गौरी, भगवान शंकर, गणेश व कार्तिकेय का विधि-विधान से पूजन कर करवाचौथ व्रत कथा का पाठ करेंगी। पूजन के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर उन्हें चलनी से देखेंगी और पति की चिरायु की कामना करेंगी।
पति की लम्बी उम्र के लिए महिलाएं आज करवाचौथ का व्रत रखेंगी। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत किया जाता है। दिल्ली में चंद्रमा रात 8.10 बजे के करीब उदय होगा।रविवार की शाम 7.25 बजे तक भद्रा है। भद्रा खत्म होते ही चतुर्थी तिथि लग जाएगी, जबकि चंद्रोदय शाम 7.51 बजे होगा, इसी के साथ चतुर्थी तिथि लगेगी। ऐसे में पूजन की तैयारी भद्रा समाप्त होने के बाद होगी। जबकि पूजा 7.52 बजे से होगा। मान्यता है कि करवाचौथ व्रत रखने पर व्रती महिलाओं के पति को चिरायु प्राप्त होने के साथ उसकी हर बाधा समाप्त होती है। साथ ही व्रती महिला को सौभाग्य, पुत्र, पौत्र व लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। इसके चलते महिलाओं ने श्रद्धापूर्वक व्रत रखने की तैयारी की। करवाचौथ को लेकर महिलाएं कई दिनों से तैयारी कर रही थीं, शनिवार को व्रती महिलाओं ने हाथों में मेंहदी रचा ली। दिनभर पूजा की तैयारी में जुटी रहीं। पूजाघर की सफाई करने के साथ पूजन में प्रयोग की जाने वाली सामग्रियों को एकत्रित किया। बाजार से फल, करवा, चलनी व करवाचौथ व्रत कथा की पुस्तक खरीदा। साथ ही कपड़े व श्रृंगार के सामान भी लिए। इसके चलते बाजारों में देर रात तक खासी रौनक रही।