स्टिंग ऑपरेशन मामले में तृणमूल और CPM नेताओं की सदन में तीखी झड़प
राज्यसभा में आज शून्यकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस और सीपीआई(एम) के सदस्यों के बीच जमकर स्टिंग ऑपरेशन को लेकर जबरदस्त झड़प हुई। दोनों पार्टी के नेता एक दूसरे पर चिल्लाते नजर आए जिससे सदन का माहौल बहुत उग्र हो गया।
नई दिल्ली। राज्यसभा में आज शून्यकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस और सीपीआई(एम) के सदस्यों के बीच जमकर स्टिंग ऑपरेशन को लेकर जबरदस्त झड़प हुई। दोनों पार्टी के नेता एक दूसरे पर चिल्लाते नजर आए जिससे सदन का माहौल बहुत उग्र हो गया।
मामला तब शुरू हुआ जब सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने इस मामले की जांच की मांग उठाते हुए कहा कि यह एक बड़ा घोटाला है। येचुरी ने ये भी कहा कि इस मुद्दे पर सरकार और तृणमलू कांग्रेस ने एक दूसरे से हाथ मिला लिया है और अगर सरकार इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है तो सभापति को सदन की मर्यादा बचाने के लिए जांच के आदेश देना चाहिए।
येचुरी ने ये भी कहा कि जब वाजपेयी सरकार के समय तहलका टेप का मामला सामने आया था तब उस समय सप्रंग सरकार में उनकी सहयोगी और नेता ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के नेताओं ने भाजपा से बाहर निकलने का फैसला कर लिया था।
सीपीआई (एम) महासचिव ने ये भी कहा कि स्टिंग ऑपरेशन में तृणमूल कांग्रेस के कई नेता निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए पैसे लेते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए सदन के दोनों सदनों में इस वीडियो की सत्यता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इस वीडियो को बनाने के लिए विदेशी पैसों का इस्तेमाल किया गया है।
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