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मंदिर के बाद अब दरगाह में प्रवेश की तैयारी में तृप्ति, शिवसेना ने चेताया

पूजा-पाठ को लेकर मंदिरों के गर्भगृह तक महिलाओं को पहुंचाने के लिए संघर्ष करने वाली तृप्ति देसाई अब मुस्लिम औरतों के लिए भी संघर्ष करेंगी

By anand rajEdited By: Updated: Sat, 23 Apr 2016 11:59 AM (IST)
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नई दिल्ली। पहले शनि शिंगणापुर, फिर त्र्यंबकेश्वर मंदिर और अब दरगाह में प्रवेश की तैयारी। भूमाता रणरागिनी ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने दरगाह में प्रवेश का एलान किया है। हालांकि उनकी इस घोषणा के बाद शिवसेना नेता ने उन्हें चेतावनी दी है।

पूजा-पाठ को लेकर मंदिरों के गर्भगृह तक महिलाओं को पहुंचाने के लिए संघर्ष करने वाली तृप्ति देसाई अब मुस्लिम औरतों के लिए भी संघर्ष करेंगी। उन्होंने एलान किया है कि 28 अप्रैल से मुंबई स्थित हाजी अली दरगाह में महिलाओं के प्रवेश के लिए आंदोलन शुरू करेंगी। तृप्ति ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की भी बात कही है।

उधर तृप्ति देसाई के एलान के बाद शिवसेना नेता हाजी अराफात ने उनकी कड़ी आलोचना की है। अराफात ने कहा है कि तृप्ति की इस बात मुस्लिमों में असंतोष पैदा हुआ है। शिवसेना नेता ने कहा कि देसाई को दरगाह को छूने या प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी।

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हाजी अराफात ने कहा कि राज्य में इस वक्त कन्या भ्रूण हत्या, महिलाओं के शोषण-सुरक्षा और सूखे का गंभीर मुद्दा छाया हुआ है। लेकिन तृप्ति देसाई महिलाओं की शिक्षा व दूसरे मुद्दों को छोड़ सिर्फ धार्मिक स्थलों में महिलाओं के प्रवेश के मुद्दे को विवादित ढंग से बढ़ावा दे रही हैं।

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हालांकि हाजी अली दरगाह में महिलाओं के प्रवेश पर रोक के ट्रस्ट के फैसले के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई। बता दें कि 2011 तक हाजी अली दरगाह में महिलाओं के प्रवेश की इजाजत थी। लेकिन इसके बाद ट्रस्ट ने यहां महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगा दी।

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