त्र्यंबकेश्वर मंदिर के गर्भगृह में महिलाओं का प्रवेश, तृप्ति देसाई ने की पूजा
तृप्ति देसाई ने कहा कि जैसे उन्हें त्रियंबकेश्वर मंदिर के भीतरी हिस्से में जाकर पूजा करने की इजाजत दी गई उसी तरह देश के हर मंदिर में महिलाओं को सम्मान के साथ जाने और पूजा करने की इजाजत मिलनी चाहिए।
By Atul GuptaEdited By: Updated: Fri, 22 Apr 2016 10:47 AM (IST)
नई दिल्ली,(एएनआई)। सामाजिक कार्यकर्ता और भूमाता ब्रिगेड की प्रमुख तृप्ति देसाई आज नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में साथी महिलाओं के साथ पूजा करने के लिए पहुंची। मंदिर प्रशासन ने पहले तो तृप्ति देसाई को मंदिर के भीतरी हिस्से में जाने से रोक दिया, लेकिन बाद में उन्हें मंदिर के भीतरी हिस्से में प्रवेश करने की इजाजत दे दी गई।
इसके बाद तृप्ति देसाई ने अपने साथी सदस्यों के साथ त्र्यंबकेश्वर मंदिर के भीतरी हिस्से में जाकर पूरे रीति रिजाव के साथ पूजा-अर्चना की। पूजा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए तृप्ति देसाई ने कहा कि जैसे उन्हें त्र्यंबकेश्वर मंदिर के भीतरी हिस्से में जाकर पूजा करने की इजाजत दी गई उसी तरह देश के हर मंदिर में महिलाओं को सम्मान के साथ जाने और पूजा करने की इजाजत मिलनी चाहिए। तृप्ति देसाई ने कहा कि वो इस मुहीम को राष्ट्रीय स्तर पर लेकर जाएंगी और वो अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगी।
ये भी पढ़ेंः त्र्यंबकेश्वर के गर्भगृह में महिलाओं को मिला प्रवेश बता दें कि त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग में अन्य शिव मंदिरों के विपरीत एक छोटे गड्ढे के रूप में ज्योतिर्लिंग मौजूद है, जिसमें ब्रह्मा-विष्णु-शिव की एक साथ उपस्थिति मानी जाती है। इस ज्योतिर्लिंग के गर्भगृह में सिर्फ पुरुषों को एक धोती पहनकर गीले वस्त्रों में ही जाने की अनुमति दी जाती थी। शनि मंदिर में प्रवेश के लिए आंदोलन शुरू होने एवं एक जनहित याचिका पर उच्चन्यायालय द्वारा दिए गए निर्देश के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन ने आज दर्शन की इच्छुक महिलाओं को मंदिर प्रवेश में मदद की। साथ ही, बुधवार को महिलाओं के साथ अभद्रता करनेवाले करीब 150 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है। इनमें मंदिर ट्रस्ट के चार लोग भी शामिल हैं। पढ़ें- जानिए, कौन है तृप्ति देसाई और क्या है हाजी अली का मामला