दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन इस बार पार्टी का चेहरा होंगे। उन्हें 101 सदस्यीय चुनाव प्रचार कमेटी का चेयरमैन भी नियुक्त किया गया है। इससे पहले आज एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा था कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपेगी वह
By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 13 Jan 2015 08:21 PM (IST)
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन इस बार पार्टी का चेहरा होंगे। उन्हें 101 सदस्यीय चुनाव प्रचार कमेटी का चेयरमैन भी नियुक्त किया गया है। इससे पहले आज एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा था कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपेगी वह उसे उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। गौरतलब है कि माकन दिल्ली सरकार और केंद्र की यूपीए सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी उठा चुके हैं। इसके अलावा यह एक युवा नेता भी हैं जो पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की पसंद भी है।
केजरी बनाम माकन माकन को दिल्ली में एक तेज तर्रार नेता के रूप में जाना जाता है। यही वजह है कि पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में उलटफेर करने वाले आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल से सीधा मोर्चा लेने का फैसला किया है। उनके सामने कांग्रेस ने साफ-सुथरी छवि वाले अजय माकन को दिल्ली के चेहरे के रूप में पेश किया है। हालांकि उनकी और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री
शीला दीक्षित के बीच बढ़ती दूरियां भी किसी से छिपी नहीं हैं। यही वजह थी कि पार्टी में बढ़ती गुटबाजी को रोकने के लिए उन्हें केंद्र में जगह दी गई थी। हालांकि शीला दीक्षित के संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने महज इतना ही कहा कि वह हमारी वरिष्ठ लीडर हैं और चुनाव में पूरा योगदान देंगी।
'ट्रस्टेड और टेस्टेड' दोनों हैं माकन कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद दिल्ली चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनते ही माकन ने हुंकार भरी कि वह 'ट्रस्टेड और टेस्टेड' दोनों हैं। उम्मीद है कि बुधवार को माकन समेत कांग्रेस के लगभग सभी विधानसभा उम्मीदवारों की सूची जारी हो जाएगी। दिल्ली में लड़ाई भाजपा और आप के बीच होने व कांग्रेस के लगातार कमजोर होते जाने की खबरों से चिंतित पार्टी ने अब अपनी ताकत दिखाने का फैसला किया है। माकन को जिस तरह से पार्टी ने पेश किया है, उसका संदेश साफ है कि कांग्रेस में शीला युग अब पूरी तरह बीत गया। अब इस राज्य में पार्टी को फिर से खड़ा करने की जिम्मेदारी पूरी तरह माकन पर है।कांग्रेस के एमपी रहे अब लड़ेंगे असेंबली इलेक्शन
उन्होंने कहा कि 'खबर यह नहीं है कि हमारे नेता चुनाव नहीं लड़ना चाहते। खबर ये है कि दिल्ली में सांसद रहे हुए लोग पहली बार दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे।' इस तरह उन्होंने खुद के चुनाव लड़ने की तो पुष्टि कर ही दी। इसके साथ ही शीला सरकार के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्ता में आए केजरीवाल के सामने माकन ने अपनी छवि का वजन रखा। माकन ने कहा कि 'मैं दिल्ली विधानसभा का अध्यक्ष रहा, दिल्ली सरकार में मंत्री रहा, केंद्र में राज्य मंत्री रहा, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रहा, फिर केंद्रीय मंत्री रहा। मेरा कार्यकाल बेदाग रहा।'
पीएम मोदी ने अडानी को पहुंचाया फायदा: माकन मैं पैराटूपर नहीं हूं दिल्ली में अपने किए कार्यो की फेहरिस्त गिनाते हुए माकन ने कहा कि 'शहरी विकास मंत्री रहते हुए भूमाफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ा। आवास सुधार विधेयक लाया था। खेल मंत्री रहे खेल विधेयक लेकर आया। 21 साल के राजनीतिक करियर में छात्र राजनीति से लेकर केंद्र की चुनावी राजनीति का अनुभव है। सड़क पर उतरकर संघर्ष करने वाला हूं, पैराट्रूपर नहीं हूं।' वहीं, माकन विरोधी मानी जाने वाली शीला दीक्षित के गुट को पार्टी ने कड़ा संदेश दे दिया। उन्होंने कहा कि 'वे पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं। सक्रिय राजनीति से दूरी बना लेने के कारण चुनाव नहीं लड़ रही हैं, लेकिन पार्टी के लिए हर तरह से सहयोग करती रहेंगी।'
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