हिंदू सेना के कार्यकर्ता ने मारा टुंडा को थप्पड़
पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के लिए सुरक्षा घेरे में ले जाते समय लश्कर आतंकी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा पर दो बार हमला हुआ। पुलिस ने पहली बार हुए हमले को नाकाम कर दिया, लेकिन दूसरी बार एक युवक टुंडा तक पहुंचने में कामयाब हो गया।
By Edited By: Updated: Wed, 21 Aug 2013 05:42 AM (IST)
नई दिल्ली [जागरण संवाददाता]। पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के लिए सुरक्षा घेरे में ले जाते समय लश्कर आतंकी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा पर दो बार हमला हुआ।
पढ़ें: कौन है आतंकी अब्दुल करीम टुंडा पुलिस ने पहली बार हुए हमले को नाकाम कर दिया, लेकिन दूसरी बार एक युवक टुंडा तक पहुंचने में कामयाब हो गया। पढ़ें: देश को कई घाव दिए हैं टुंडा ने
पहले उसने टुंडा को थप्पड़ मारा। पुलिसकर्मियों ने जब उसे पकड़ लिया तो टुंडा को लात मार दी। हमलावर विष्णु गुप्ता ने खुद को हिंदू सेना संगठन का अध्यक्ष बताया। पहली बार हमला करने की कोशिश करने वाले युवक शिव कुमार राघव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पढ़ें : टुंडा पर लश्कर फंड का दुरुपयोग करने का आरोप
मामले को लेकर कुछ वकीलों ने हंगामा किया तो अदालत ने बंद कमरे में सुनवाई करने का निर्णय लिया। महानगर दंडाधिकारी जय थरेजा ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया कि पुलिस पेशी के लिए लाते समय आरोपी की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करे। इसके बाद उसे चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। टुंडा को पेशी के लिए ले जाते समय पुलिस ने मंगलवार सुबह से ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। स्पेशल सेल की टीम शाम सवा चार बजे आतंकी को लेकर पटियाला हाउस कोर्ट पहुंची। गाड़ी से पुलिसकर्मी टुंडा को लेकर बाहर निकले, तभी भीड़ से एक युवक शिव कुमार निकला व नारेबाजी करते हुए टुंडा पर हमले का प्रयास किया। पुलिस ने उसे दबोच लिया। इसके बाद जवान टुंडा को सुरक्षा घेरे में लेकर कोर्ट कक्ष की ओर बढ़े। इस दौरान मीडियाकर्मियों की भीड़ से दूसरा युवक विष्णु गुप्ता निकला। वह सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए टुंडा तक पहुंचा और उसे थप्पड़ और लात मारी। उसने टुंडा को सीधे फांसी पर चढ़ाने की मांग करते हुए नारेबाजी की। गौरतलब है कि आइबी ने टुंडा पर हमला किए जाने की आशंका पहले ही जता दी थी। वकील के लिए पैसे नहीं अदालत में जज के सामने 70 वर्षीय अब्दुल करीम उर्फ टुंडा ने कहा कि उसके पास वकील करने के लिए पैसे नहीं हैं। इस पर जज ने अदालत की तरफ से मदद करने की बात कही। इससे पहले टुंडा का केस लड़ने की इच्छा व्यक्त करते हुए करीब आधा दर्जन वकील पहुंच गए। इस बीच भीड़ में से निकलकर अधिवक्ता एमएस खान वहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि वह टुंडा की ओर से केस लड़ेंगे। उनके पास टुंडा द्वारा हस्ताक्षर किया गया वकालत नामा भी है। वह स्पेशल सेल में जाकर टुंडा से मिले थे और वहीं पर टुंडा ने उन्हें वकालतनामा हस्ताक्षर कर अपना वकील नियुक्त किया है। कुरान पढ़ाता था, किसी को बम फोड़ने को नहीं कहा पेशी के दौरान अदालत के समक्ष अब्दुल करीम उर्फ टुंडा ने खुद को बेकसूर बताया। कहा, मुझे फंसाया जा रहा है। मैं मुस्लिम युवकों को कुरान की आयत पढ़ाता था। उन्हें जेहाद का सही अर्थ बताता था। मैंने किसी को नहीं कहा कि तुम बम फोड़ो या आतंकी घटना को अंजाम दो। पाकिस्तान में अच्छी-खासी प्रॉपर्टी पुलिस अधिकारियों के अनुसार, टुंडा बेशक खुद को मजबूर जाहिर कर रहा हो, लेकिन पाकिस्तान में उसके पास अच्छी-खासी संपत्ति है। उसके पास बंगला तथा चार लग्जरी गाड़ियां हैं। उसकी पत्नी व बच्चे भी शानदार जीवन बीता रहे हैं। टुंडा को आइएसआइ से आर्थिक मदद मिलती ही थी, कराची स्थित उसके मदरसे में भी मोटा चंदा आता था। आइएसआइ के नाम पर की थी उगाही नकली नोट सप्लाई में शामिल इकबाल काना व लश्कर आतंकी अब्दुल करीम टुंडा ने पाकिस्तान में आइएसआइ के नाम पर व्यवसायियों से अवैध वसूली भी की थी। इसकी भनक आइएसआइ को लगी तो दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। टुंडा के घर से करीब साढ़े नौ करोड़ रुपये के नकली नोट भी आएसआइ ने जब्त कर लिए थे। पुलिस पूछताछ में टुंडा ने बताया कि अब थाइलैंड व चीन के रास्ते भी भारत में नकली नोटों की सप्लाई की जा रही है। इस काम में आइएसआइ अपने नेटवर्क का प्रयोग कर रही है। उनकी तरह आइएसआइ के ऐसे कई एजेंट हैं, जिनकी मदद से नकली नोटों की सप्लाई की जाती है। हरियाणा पुलिस भी पूछताछ करेगी टुंडा से पानीपत, सोनीपत और रोहतक में बम धमाकों के सिलसिले में हरियाणा पुलिस भी पूछताछ करेगी। एक टीम पूछताछ के लिए दिल्ली रवाना हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि सोनीपत में 1996 को बाबा सिनेमा और एक सार्वजनिक जगह पर दो धमाके हुए थे। इन धमाकों में करीब एक दर्जन लोग घायल हुए थे।मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर