जम्मू संभाग में बृहस्पतिवार को दो बड़ी वारदातों को अंजाम देते हुए आतंकियों ने दस लोगों की हत्या कर दी। शहीद लोगों में सेना के एक लेफ्टीनेंट कर्नल सहित चार सैन्यकर्मी और चार पुलिसकर्मी शामिल हैं। सैन्य शिविर में हमले के लिए घुसे तीनों आत्मघाती आतंकियों को कई घंटे की मुठभेड़ के बाद सेना ने मार गिराया। इन आतंकी वारदातों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से 2
By Edited By: Updated: Fri, 27 Sep 2013 01:24 AM (IST)
जम्मू, जागरण न्यूज नेटवर्क। जम्मू संभाग में बृहस्पतिवार को दो बड़ी वारदातों को अंजाम देते हुए आतंकियों ने दस लोगों की हत्या कर दी। शहीद लोगों में सेना के एक लेफ्टीनेंट कर्नल सहित चार सैन्यकर्मी और चार पुलिसकर्मी शामिल हैं। सैन्य शिविर में हमले के लिए घुसे तीनों आत्मघाती आतंकियों को कई घंटे की मुठभेड़ के बाद सेना ने मार गिराया। इन आतंकी वारदातों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से 29 सितंबर की प्रस्तावित वार्ता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। भाजपा की कड़ी आपत्ति और सपा के गैरजरूरी ठहराए जाने के बावजूद प्रधानमंत्री ने वार्ता की मेज पर जाने की प्रतिबद्धता जाहिर की है।
पढ़ें: श्रीनगर में पीएम की यात्रा से पहले आतंकी हमला, 8 जवान शहीद घाटी में मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर, तीन जवान शहीद पता चला है कि बृहस्पतिवार प्रात : पाकिस्तान से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार करके सेना की वर्दी पहने तीन आतंकियों ने झंडी गांव के पास सब्जी लेकर आ रहे थ्री ह्वीलर को अपने कब्जे में लिया। ये आतंकी हीरानगर के सैन्य शिविर में जाना चाहते थे लेकिन उसके बारे में ठीक जानकारी न होने से ये पहुंच गए हीरानगर के थाने। उस समय सुबह के करीब सात बज रहे थे। वहां पर उन्होंने पहले शस्त्रागार के बाहर खड़े संतरी को गोलियों से भूना, इसके बाद एक सहायक उप निरीक्षक, एक विशेष पुलिस अधिकारी समेत तीन पुलिसकर्मियों पर अंधाधुंध फायरिंग की। सभी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। यहां पर हुई गोलीबारी में एक दुकानदार भी मारा गया। वहां से एक मिनी ट्रक पर कब्जा करके उससे आतंकी आगे बढ़े। इस दौरान उन्होंने ट्रक के क्लीनर की भी गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात की सूचना मिलने पर सैनिक स्कूल के पास आतंकियों को रोकने की कोशिश की गई लेकिन रोकने वाले सैन्यकर्मियों पर गोलियां बरसाकर वे आगे बढ़ गए।
इसी दौरान आतंकियों ने ट्रक छोड़ दिया और एक ऑटो को कब्जे में लेकर सेना के सांबा शिविर में प्रवेश कर गए। वहां पर ऑफीसर्स मैस के सामने पहुंचकर आतंकियों ने फायरिंग की। इस फायरिंग में लेफ्टीनेंट कर्नल बिक्रमजीत सिंह सहित चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए। गोलीबारी में शिविर के कमांडिंग ऑफीसर कर्नल ए उथैया समेत तीन सैन्यकर्मी भी घायल हुए हैं। उनका पठानकोट अस्पताल की इंटेसिव केयर यूनिट (आइसीयू) में इलाज चल रहा है। इसके बाद तेज हुई सेना की कार्रवाई में तीनों आतंकियों को घेरकर सायं करीब चार बजे मार गिराया गया। सेना की रिहायशी इमारत में जा छिपे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में हेलीकॉप्टर से कमांडो भी छत पर उतारे गए। मारे गए तीनों आतंकी 16 से 19 वर्ष की आयु वर्ग के हैं। उनके पाकिस्तानी होने का संदेह है। दोनों हमलों की जिम्मेदारी अल्पज्ञात आतंकी गुट शोहादा ब्रिगेड ने ली है। 'ऐसे हमले हमें रोक नहीं सकते। वार्ता के जरिये सभी समस्याओं के निदान के हमारे विश्वास को डिगा नहीं सकते।' - मनमोहन सिंह, प्रधानमंत्री -- 'प्रधानमंत्री जी, देशवासियों की लाशों पर वार्ता नहीं हो सकती। कृपया नवाज शरीफ के साथ अपनी वार्ता को रद करें।' -सुषमा स्वराज, विपक्ष की नेतामोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर