वसुंधरा राजे की कैबिनेट में दो दागी चेहरे
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल का गठन कर दिया। राज्यपाल मारग्रेट अल्वा ने राजभवन में नौ कैबिनेट और तीन राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। इस दौरान सबकी निगाहें प्रदेश भाजपा में नंबर दो की हैसियत रखने वाले गुलाब चंद कटारिया पर टिकी हुई थी। सीबीआइ ने स
By Edited By: Updated: Fri, 20 Dec 2013 10:28 PM (IST)
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल का गठन कर दिया। राज्यपाल मारग्रेट अल्वा ने राजभवन में नौ कैबिनेट और तीन राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। इस दौरान सबकी निगाहें प्रदेश भाजपा में नंबर दो की हैसियत रखने वाले गुलाब चंद कटारिया पर टिकी हुई थी। सीबीआइ ने सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ में कटारिया समेत चार लोगों को आरोपी बनाया हुआ है। मामले की शुक्रवार को कोर्ट में तारीख भी थी।
पढ़ें: राजे ने संभाला राजस्थान ऐसे में सवाल बना हुआ था कि उन्हें मंत्री बनाया जाएगा या नहीं, लेकिन पार्टी को आखिरकार उनके कद और संघ के दबाव के आगे झुकना पड़ा। इसी तरह वसुंधरा के निकटस्थ राजेंद्र राठौड़ भी दारा सिंह एनकाउंटर मामले में आरोपी हैं। इन दोनों के अलावा कैलाश मेघवाल, नंदलाल मीणा, गजेंद्र सिंह खींवसर, सांवरलाल जाट, यूनुस खान, प्रभुलाल सैनी और कालीचरण सराफ को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है जबकि राज्य मंत्री का स्वतंत्र प्रभार अरुण चतुर्वेदी, अजय सिंह किलक और हेम सिंह भड़ाना को दिया गया है। वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ 13 दिसंबर को अकेले ही ली थी। मंत्रिमंडल के गठन में सत्ता और संगठन से जुड़े विधायकों के बीच संतुलन साधने की कोशिशें की गई। इसके अलावा जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन का भी ख्याल रखा गया। चुनाव जीतकर आई 22 महिला विधायकों में से एक को भी मंत्री नहीं बनाया गया है।
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