प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव पूर्व प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करके मैदान में उतरी भाजपा के सफल हो जाने का फार्मूला अब ज्यादातर पार्टियां अपनाने पर जोर दे रही हैं। वे अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले करना चाह रही हैं। इसी बात को लेकर शिवसेना ने अपनी सहयोगी भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे की मुख्यमंत्री पद की अकांक्षा क
By Edited By: Updated: Tue, 03 Jun 2014 07:26 AM (IST)
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव पूर्व प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करके मैदान में उतरी भाजपा के सफल हो जाने का फार्मूला अब ज्यादातर पार्टियां अपनाने पर जोर दे रही हैं। वे अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले करना चाह रही हैं। इसी बात को लेकर शिवसेना ने अपनी सहयोगी भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे की मुख्यमंत्री पद की अकांक्षा को लेकर उन पर तंज कसते हुए कहा कि महाराष्ट्र में उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार उद्धव ठाकरे होंगे।
पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, हमारी भाजपा के साथ हमेशा से समझ रही है कि प्रधानमंत्री भाजपा से होगा और राज्य में मुख्यमंत्री शिवसेना से होगा। हमारे सभी कार्यकर्ता, हर कोई चाहता है कि हमारे गठबंधन के सत्ता में आने पर उद्धवजी मुख्यमंत्री बनें।
उन्होंने कहा, उद्धवजी ने खुद कभी नहीं कहा कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, लेकिन यह हमारी इच्छा है कि वह आगामी चुनाव में हमारा नेतृत्व करें। यह घटनाक्रम उस वक्त सामने आया है जब दो दिन पहले उद्धव के चचेरे भाई और मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने ऐलान किया कि वह चुनाव लडेंगे और जनादेश मिलने पर मुख्यमंत्री बनेंगे। अब तक ठाकरे परिवार से किसी भी व्यक्ति ने चुनाव नहीं लड़ा है। राउत ने कहा, हमने मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी अथवा सीटों के तालमेल के बारे में अभी भाजपा से बात नहीं की है, लेकिन इसमें कोई विवाद नहीं है कि वे हमारे मित्र हैं। राकांपा के अजीत पवार और मनसे से राज ठाकरे सहित मुख्यमंत्री पद के दावेदारों के संदर्भ में शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, अजीत पवार को लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की जनता ने उचित जवाब दे दिया. जहां दूसरों की बात है तो उद्धवजी से किसी की तुलना नहीं हो सकती।
यह पूछे जाने पर कि आगामी विधानसभा चुनाव में ठाकरे बनाम ठाकरे का मुकाबला देखने को मिलेगा तो राउत ने कहा, नहीं, हर कोई राज्य में बदलाव चाहता है और उद्धवजी हमारा नेतृत्व कर सकते हैं। महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होना है। हालिया लोकसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना गठबंधन को राज्य की 48 सीटों में से 42 पर जीत मिली। इसमें भाजपा ने अकेले 23 सीटों पर जीत हासिल की। इससे पहले शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखे संपादकीय में कहा, राच्य भाजपा अध्यक्ष देवेंद्र फडनवीस ने कहा है कि पार्टी ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री मुंडे को तीन महीने के लिए दिल्ली भेजा है और इसके बाद वह महाराष्ट्र का नेतृत्व करेंगे।
शिवसेना ने कहा, दूसरी तरफ मुंडे ने कहा है कि वह मानते हैं कि राच्य में कुछ लोगों की ओर से गढा गया नारा केंद्र में नरेंद्र और राच्य में देवेंद्र (फडनवीस) अच्छा है। भाजपा खेमे में मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर काफी चर्चा है. सवाल है कि नरेंद्र मोदी इस फार्मूले को स्वीकार करेंगे कि पहले मुंडे को केंद्र में भेजा गया और फिर उन्हें राच्य में वापस बुलाया जाएगा। भाजपा की इस पुरानी सहयोगी ने कहा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार की तरह मुंडे भी शारीरिक रुप से दिल्ली में हैं, लेकिन उनका दिल महाराष्ट्र में है। शिवसेना के संपादकीय में कहा गया है, फडनवीस कर्ज देने और ब्याज लेने की राजनीति में विश्वास करते हैं, जबकि महाराष्ट्र में साहूकारी पर प्रतिबंध है। पार्टी ने कहा, महाराष्ट्र के नेता जो भी सोचते हों, लेकिन सिर्फ मोदी की राय मायने रखती है क्योंकि वह आखिरी फैसला करने वाले होंगे। शिवसेना ने अपनी सहयोगी भाजपा को यह सलाह भी दी कि वह इसकी ज्यादा चिंता नहीं करे कि राच्य में कौन नेतृत्व करेगा और कौन पीछे चलेगा। पढ़ें: