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एनडी को पहले पुत्र मिला, अब पत्‍‌नी

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। एक पखवारे तक चली हाईप्रोफाइल पारिवारिक लड़ाई का शुक्रवार को पटाक्षेप हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के जैविक पुत्र रोहित शेखर की मां डॉ. उज्ज्वला शर्मा अब एनडी तिवारी के संग रहेंगी। एनडी ने उज्ज्वला का स्वागत किया है और पुलिस की मध्यस्थता के दौरान उन्हें अपने साथ रहने की अनुमति दे दी। इस बीच उनके ओएसडी भवानी भट्ट ने ऐसे माहौल में काम करने से मना करते हुए अवकाश ले लिया है।

By Edited By: Updated: Fri, 02 May 2014 10:34 PM (IST)
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लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। एक पखवारे तक चली हाईप्रोफाइल पारिवारिक लड़ाई का शुक्रवार को पटाक्षेप हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के जैविक पुत्र रोहित शेखर की मां डॉ. उज्ज्वला शर्मा अब एनडी तिवारी के संग रहेंगी। एनडी ने उज्ज्वला का स्वागत किया है और पुलिस की मध्यस्थता के दौरान उन्हें अपने साथ रहने की अनुमति दे दी। इस बीच उनके ओएसडी भवानी भट्ट ने ऐसे माहौल में काम करने से मना करते हुए अवकाश ले लिया है।

उज्ज्वला का नया पता लखनऊ में 'आरोही' 1-माल एवेन्यू होगा। एनडी को साथ रखने की लड़ाई में उज्ज्वला शर्मा और एनडी के रिश्तेदार व ओएसडी भवानी भट्ट आमने-सामने थे। अंतत: उज्ज्वला को विजय मिली और वह अपने सामान के साथ आरोही में दाखिल हो गयीं। शुक्रवार की सुबह 11 बजे एनडी तिवारी विचार मंच के कार्यकर्ताओं के साथ उज्ज्वला शर्मा आरोही पहुंच गयीं। गुरुवार को भी वह करीब साढ़े चार घंटे तक आरोही में दाखिल होने का प्रयास करती रहीं, लेकिन लाख हंगामे के बाद भी गेट नहीं खुला। शुक्रवार की सुबह भी यही स्थिति बनी रही। उज्ज्वला इस बीच कभी अपनी कार में बैठतीं और कभी गेट खटखटातीं।

गेट के बाहर एनडी तिवारी विचार मंच के महासचिव अरुण शुक्ल और अरविन्द यादव समेत कई नेता धरना देकर गेट खोलने की मांग कर रहे थे। साढ़े ग्यारह बजे पुलिस बल पहुंच गया। उन्होंने अंदर दाखिल होने के लिए तहरीर दी, लेकिन थानेदार ने कहा कि वह सीओ और एसडीएम से सम्पर्क करें। उज्ज्वला के लाख प्रयासों के बावजूद गेट नहीं खुला। करीब पौने तीन बजे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्वयं प्रकाश गोस्वामी अपने समर्थकों के साथ आरोही पहुंचे। समर्थक गेट पर जोर लगाने लगे। जोरदार धक्का लगने से गेट खुल गया और उज्ज्वला अपने समर्थकों के साथ बंगले में घुस गयीं। हजरतगंज के क्षेत्राधिकारी दिनेश यादव इस दौरान पहुंचे।

उज्ज्वला ने उनसे कहा कि आप तिवारी जी को मेरे यहां होने की बात बता दें। अगर वह कहेंगे कि मुझे साथ नहीं रखना है तो मैं चली जाऊंगी। दिनेश यादव ने तिवारी से बातचीत की। तिवारी ने उज्ज्वला को बुलाने की अनुमति दे दी। इधर, भवानी भट्ट भी मौके पर आ पहुंचे। सीओ की उपस्थिति में तय हुआ कि उज्ज्वला आरोही में ही रहेंगी। भवानी ने आपत्ति की कि ऐसे माहौल में मैं काम नहीं कर पाऊंगा।

उज्ज्वला-भवानी का विवाद अदालत द्वारा उज्ज्वला शर्मा के पुत्र रोहित शेखर को एनडी तिवारी का जैविक पुत्र ठहराये जाने के बाद उज्ज्वला शर्मा आठ मार्च को एनडी तिवारी के साथ रहने लगीं। 16 अप्रैल तक वह एनडी के साथ रहीं। 17 अप्रैल की रात्रि को उज्ज्वला को अपमानित करके बाहर कर दिया गया। इसके बाद 21 अप्रैल को दिल्ली हाईकोर्ट ने एनडी को रोहित शेखर का जैविक पिता घोषित कर दिया।

29 अप्रैल को उज्ज्वला शर्मा लखनऊ हजरतगंज में काफी हाऊस में एनडी तिवारी को बैठे देख उनसे मिलने गयीं तो एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया। भवानी भट्ट ने उज्ज्वला पर काफिला रोकने का आरोप लगाते हुए हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दे दी, जबकि उज्ज्वला का कहना था कि वह तो मिलने गयीं थी और तिवारी जी उन्हें अपने साथ ले जाना चाहते थे। इस घटना के बाद उज्ज्वला ने तिवारी के साथ रहने के लिए मोर्चा खोल दिया। गुरुवार और शुक्रवार का प्रदर्शन इसी की परिणति रही।

सत्य की विजय

यह सत्य की विजय है। मेरी आस्था ईश्वर के प्रति है। मैं जानती थी कि तिवारी जी ने कभी मुझे अपने से अलग नहीं किया, लेकिन उनके ओएसडी भवानी भट्ट ने षड्यंत्र के तहत फर्जी पत्र मीडिया को जारी कराया। अब उसके चेहरे से नकाब उतर गया है। मुझे खुशी इस बात की है कि तिवारी जी की सेवा कर सकूंगी।

-डॉ. उज्ज्वला शर्मा

रोहित शेखर की मां

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भवानी ने भेजा इस्तीफा

राज्य ब्यूरो, लखनऊ : पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) भवानी भट्ट ने एनडी तिवारी को ओएसडी पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया है। भट्ट का कहना है कि उज्ज्वला शर्मा कभी भी उन पर कोई झूठा आरोप लगा सकती है और कभी भी अप्रिय घटना घटित कर सकती है। भट्ट के मुताबिक उन्होंने प्रदेश के गृह सचिव को पत्र भेजकर कहा है कि तिवारी जी की जान व माल की सुरक्षा करने का अब दायित्व मेरा नहीं रह गया है।

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रात में बंगले से निकाली गई उज्ज्वला