देश की राजनीति में बने तीन रिकॉर्ड, संसद में भतीजा, चाचा और बाबा
लोकसभा उपचुनाव में सपा उम्मीदवार तेज प्रताप यादव तेजू की जीत ने देश की राजनीति में तीन रिकार्ड बना दिए। पहली बार लोकसभा में एक ही परिवार की तीन पीढि़यां बैठेंगी। इसके साथ ही मुलायम परिवार लोकसभा में एक साथ बैठने वाला सबसे बड़ा कुनबा हो गया है। परिवार के पांच सदस्यों में एक बहू, दो भतीजे और एक
By Edited By: Updated: Wed, 17 Sep 2014 09:47 AM (IST)
मैनपुरी [विनीत मिश्रा]। लोकसभा उपचुनाव में सपा उम्मीदवार तेज प्रताप यादव तेजू की जीत ने देश की राजनीति में तीन रिकार्ड बना दिए। पहली बार लोकसभा में एक ही परिवार की तीन पीढि़यां बैठेंगी। इसके साथ ही मुलायम परिवार लोकसभा में एक साथ बैठने वाला सबसे बड़ा कुनबा हो गया है। परिवार के पांच सदस्यों में एक बहू, दो भतीजे और एक पौत्र हैं। वहीं एक सीट से बाबा, चाचा और पौत्र की जीत का रिकार्ड भी मैनपुरी के नाम हो गया।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की मैनपुरी कर्मभूमि रही। राजनीति में आने से पहले वे यहीं शिक्षक थे। मैनपुरी के गांव-गांव में उनके व्यक्तिगत मित्र भी हैं। चार बार मैनपुरी से चुनाव जीतने वाले मुलायम सिंह यादव ने अपने पौत्र तेज प्रताप के लिए जनता से अपने रिश्तों का हवाला देकर वोट मांगे थे। जनता ने रिश्ते को इस बार भी खूब निभाया। मुलायम ने लोकसभा पहला चुनाव 1996 में मैनपुरी से लड़ा। सन् 2004 में अपना दूसरा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा देकर यूपी के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद उन्होंने उपचुनाव में भतीजे धर्मेद्र यादव को मैनपुरी सीट से उतारा और दिल्ली पहुंचाया। वर्ष 2009 का चुनाव धर्मेद्र ने बदायूं सीट से लड़ा और हाल के आम चुनाव में मुलायम सिंह फिर से मैनपुरी से सरताज बने। मुलायम के बेटे अखिलेश यादव कन्नौज और फीरोजाबाद से जीतकर लोकसभा पहुंचे। मगर फीरोजाबाद उपचुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव हार गई। 2012 में अखिलेश यादव के यूपी के मुख्यमंत्री बनने पर कन्नौज से डिंपल यादव लोकसभा पहुंच गई। पिछली लोकसभा में मुलायम के साथ उनकी बहू व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज सांसद, भतीजे धर्मेद्र यादव बदायूं सांसद थे। वहीं 2014 में अब दो नाम और बढ़ गए। फीरोजाबाद से मुलायम के भतीजे और प्रो.रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव जीते और अब मुलायम सिंह के पौत्र तेज प्रताप तेजू ने मैनपुरी से दिल्ली का सफर तय किया।
अब लोकसभा में तेज प्रताप अपने बाबा मुलायम के साथ-साथ दो चाचा धर्मेद्र औ अक्षय तथा चाची डिंपल यादव के साथ बैठेंगे। हालांकि लोकसभा में इस बार सपा की केवल पांच सीटें ही हैं और उन पर भी परिवार के लोग ही काबिज हैं। तेजू की जीत के साथ सैफई परिवार के खाते में एक ही सीट पर बाबा, चाचा के बाद पौत्र की बड़ी जीत का रिकार्ड भी बन गया।