अाम बजट 2016 - महंगी होंगी कारें, 4 फीसद तक उपकर लगाने का प्रस्ताव
दोपहिया वाहन छोड़कर छोटी अफॉर्डेबल कारों पर शिफ्ट होने की सोच रहे मध्यम वर्ग को थोड़ी मायूसी होगी। आने वाले दिनों में छोटी, बड़ी लग्जरी सभी कारें मंहगी हो जाएंगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दोपहिया वाहन छोड़कर छोटी अफॉर्डेबल कारों पर शिफ्ट होने की सोच रहे मध्यम वर्ग को थोड़ी मायूसी होगी। आने वाले दिनों में छोटी, बड़ी लग्जरी सभी कारें मंहगी हो जाएंगी। वित्त मंत्री ने बजट में कारों पर चार फीसद तक बुनियादी ढांचा उपकर लगाने का प्रस्ताव किया है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रदूषण और यातायात की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि वे पेट्रोल, एलपीजी, सीएनजी की छोटी कारों पर 1 फीसद और कुछ निश्चित क्षमता की डीजल गाडि़यों पर 2.5 फीसद बुनियादी ढांचा उपकर लगाने का प्रस्ताव करते हैं। ज्यादा इंजन क्षमता वाले वाहनों व एसयूवी पर वित्त मंत्री ने 4 फीसद की दर से बुनियादी ढांचा उपकर लगाने का प्रस्ताव किया है।
पढ़ेंःबजट में दिया गया गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पर जोर
पर्यावरणविद लंबे समय से प्रदूषण फैलाने वाले डीजल वाहनों पर स्वच्छता कर लगाने की मांग कर रहे थे। ऐसी एक अर्जी सुप्रीमकोर्ट में भी लंबित है। हालांकि वित्त मंत्री ने स्वच्छता कर के बजाए बुनियादी ढांचा उपकर लगाने का प्रस्ताव किया है।
छोटी बड़ी सभी तरह की कारों पर उपकर लगने के कारण ज्यादातर वाहन मंहगे हो जाएंगे। लेकिन वित्त ने पर्यावरण अनुकूल वाहनों, बीमारों , दिव्यांगों और रोजी-रोटी का जरिया बने वाहनों, जैसे तिपहिया और टैक्सी को इस उपकर से छूट दे दी है जिससे कि उनकी कीमतें बजट के बाद प्रभावित नहीं होंगी। वित्त मंत्री ने कहा है कि हाईब्रिड वाहनों, इलेक्टि्रक वाहनों, तिपहिया वाहन, फ्यूल सेल प्रौद्योगिकी वाले हाइड्रोजन वाहनों, मंजूरी के बाद सिर्फ टैक्सी के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले वाहनों, विकलांगों की कारों और सिर्फ एंबुलेंस के लिए इस्तेमाल होने के लिए पंजीकृत वाहनों पर यह उपकर नहीं लगेगा।
गिरे आटो कंपनियों के शेयर
कारों पर बुनियादी ढांचा उपकर लगाने की वित्त मंत्री की घोषणा के बाद आटो कंपनियों के शेयरों में पांच फीसद तक कि गिरावट देखी गई। मारुती सुजुकी इंडिया के शेयरों में 4.76 फीसद की गिरावट आयी तो टाटा मोटर्स 3.88 फीसद गिरा जबकि महेन्द्रा में एक फीसद की गिरावट आयी।
पढ़ेंः पशुधन बनेगा सचमुच का धन