तनाव के बीच दक्षिण चीन सागर में अमेरिका ने शुरु किया सैन्य अभ्यास
दक्षिण चीन सागर में स्थित द्वीपों के मुद्दे पर अमेरिका और चीन आमने-सामने हैं।
नई दिल्ली(रायटर्स)। दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर अमेरिका और चीन आमने-सामने हैं। आर्थिक संसाधनों से सपन्न द्वीपों पर चीन अपना दावा करता है। लेकिन चीन के पड़ोसी मुल्कों का कहना है कि अपनी शक्ति संपन्नता की धौंस दिखाकर चीन दूसरे मुल्कों के संप्रभु अधिकारों पर हमला कर रहा है। दक्षिण चीन सागर में शुक्रवार को चीन के सैन्य अभ्यास के समाप्त होने के बाद अमेरिका के करियर ग्रुप ने अपनी निगहबानी बढ़ा दी है।
अमेरिका निगरानी दस्ते को चीन ने कड़ी चेतावनी जारी की है। चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि अमेरिका द्वारा दक्षिण चीन सागर में दखल चीन की संप्रभुता को खुले तौर पर चुनौती है। लेकिन अमेरिका का कहना है यूएसएस विंसन अपने रूटीन गश्त पर है, अनावश्यक तौर पर चीन चिंता जता रहा है। अमेरिका को चीन की संप्रभुता का ख्याल है। लेकिन वो ये भी चाहता है कि दक्षिण चीन सागर पर दूसरे देशों की चिंता के बारे में भी चीन सोचे।
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यूएस स्ट्राइक ग्रुप के कमांडर जेम्स किल्बी ने कहा कि अमेरिका की तरफ से रूटीन अभ्यास किया जा रहा है। चीन को इस संबंध में पहले ही जानकारी दी गई थी। अमेरिका अपने सहयोगी देशों की चिंता से वाकिफ है। अमेरिकी गश्त का चीन के आंतरिक मामलों में किसी तरह का दखल नहीं है। अमेरिका की कोशिश है कि दक्षिण चीन सागर में तनावपूर्ण माहौल का निर्माण न हो जिसकी वजह से वैश्विक स्तर पर नकारात्मक असर न पड़े।
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