पंजाब, उत्तराखंड में मतदान आज
कड़ाके की ठंड के बीच पंजाब के अगले सरदार और उत्ताराखंड के उत्ताराधिकारी का फैसला करने के लिए सोमवार को मतदान होगा। दोनों प्रदेशों में तैयारियां पूरी हैं और सुरक्षा बल मुस्तैद। मतदान की पूर्व संध्या पर प्रशासनिक और राजनीतिक गतिविधियां चरम पर रहीं। चुनाव से जुड़ी सरकारी मशीनरी जहां स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए सक्रिय रही, वहीं राजनीतिक दल मतदाताओं का रुझान अपनी ओर मोड़ने की जुगत में पुरदम जुटे हैं।
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। कड़ाके की ठंड के बीच पंजाब के अगले सरदार और उत्ताराखंड के उत्ताराधिकारी का फैसला करने के लिए सोमवार को मतदान होगा। दोनों प्रदेशों में तैयारियां पूरी हैं और सुरक्षा बल मुस्तैद। मतदान की पूर्व संध्या पर प्रशासनिक और राजनीतिक गतिविधियां चरम पर रहीं। चुनाव से जुड़ी सरकारी मशीनरी जहां स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए सक्रिय रही, वहीं राजनीतिक दल मतदाताओं का रुझान अपनी ओर मोड़ने की जुगत में पुरदम जुटे हैं।
पंजाब की 117 सीटों के लिए सोमवार को मत पड़ेंगे। मुख्य मुकाबला शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन और कांग्रेस के बीच है। गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कमान संभाल रखी है तो कांग्रेस कैप्टन अमरिंदर सिंह के पीछे है। सत्तारूढ़ गठबंधन और कांग्रेस के अतिरिक्त बहुजन समाज पार्टी [बसपा] प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है। राज्य में साझा मोर्चा भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में है, इसका नेतृत्व मुख्यमंत्री बादल के विद्रोही भतीजे मनप्रीत बादल कर रहे हैं। रोचक मुकाबले वाली सीटों में मुख्यमंत्री बादल की लंबी और अमरिंदर की पटियाला शहर है। बादल के बेटे उप मुख्यमंत्री सुखबीर जलालाबाद से, जबकि कांग्रेस की टिकट पर अमरिंदर के बेटे रनिंदर समाना से भाग्य आजमा रहे हैं। पंजाब में कुल 1078 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। करीब 20 हजार मतदान केंद्रों में से महज पांच अति संवेदनशील हैं। बावजूद इसके शांत और निष्पक्ष मतदान के लिए प्रशासन कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहा। प्रदेश में अर्धसैनिक बलों की 200 कंपनी तैनात की गई हैं। सुरक्षा इंतजाम में राज्य पुलिस उन्हें मदद करेगी।