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उत्तराखंड: फिर बढ़ रहा है भागीरथी का जलस्तर, अलर्ट जारी

एक पखवाड़े पहले आए प्रलयंकारी बाढ़ के बाद उत्तरकाशी क्षेत्र में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। ग्लेशियर पिघलने के कारण रविवार सुबह भागीरथी नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। शाम तक जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।

By Edited By: Updated: Sun, 30 Jun 2013 01:00 PM (IST)

देहरादून [जागरण टीम]। एक पखवाड़े पहले आए प्रलयंकारी बाढ़ के बाद उत्तरकाशी क्षेत्र में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। ग्लेशियर पिघलने के कारण रविवार सुबह भागीरथी नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। शाम तक जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।

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प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है। इसके कारण बड़ी संख्या में लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।

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उधर, रुद्रप्रयाग, चमोली व उत्तरकाशी जनपद में अब प्रशासन ने आपदाग्रस्त इलाकों में खाद्यान्न पहुंचाने में फोकस कर दिया। हेलीकाप्टरों की मदद से चिह्नित क्षेत्रों में खाद्यान्न पहुंचाया जा रहा है। वहीं, बदरीनाथ में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए हेली रेस्क्यू सुबह से जारी है। चमोली जनपद में विष्णुप्रयाग से आगे बदरीनाथ हाईवे, रुद्रप्रयाग में रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे, उत्तरकाशी में यमुनोत्री व गंगोत्री हाईवे अब भी कई स्थानों पर बंद है।

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केदारनाथ में पूजा व्यवस्थाओं को लेकर मंदिर समिति का दल सुबह तक हेलीकाप्टर से केदारनाथ नहीं पहुंच सका। यह दल शनिवार गुप्तकाशी में रुककर केदारनाथ में मौसम खुलने का इंतजार कर रहा है।

रुद्रप्रयाग जनपद में प्रशासन की जोर अब खाद्यान्न संकट से जूझ रहे गांवों को राहत पहुंचाने में है। केदारनाथ हाईवे के साथ ही जिले की 106 सड़कें ध्वस्त होने से इन सड़कों से सटे करीब 170 गांवों में खाद्यान्न का संकट पैदा हो रखा है। ऊखीमठ तहसील के अंतर्गत कालीमठ व चंद्रापुरी क्षेत्र में सुबह तीन हेलीकाप्टर से राशन पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया गया। यहां छह स्थानों पर राशन गिराया जा रहा है। इन क्षेत्र के करीब चालीस गांवों के लोगों को यह राशन स्थानीय पटवारियों के माध्यम से बांटा जाएगा।

उत्तरकाशी जनपद में भी गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे के साथ ही तीस सड़कें बंद हैं। करीब 150 गांवों का संपर्क कटा होने पर अब प्रभावित गांवों में राशन पहुंचाने का कार्य चल रहा है। वहीं, जिलाधिकारी ने सीमा सड़क संगठन को दस दिन के भीतर सभी मार्ग खोलने का अल्टीमेटम दिया है।

चमोली जनपद में बदरीनाथ में फंसे यात्रियों को हेलीकॉप्टर के साथ ही पैदल मार्ग से निकाला जा रहा है। अभी वहां करीब दो हजार यात्री बताए जा रहे हैं। चमोली के करीब 80 संपर्क मार्ग ध्वस्त होने से दो सौ गांव में खाद्यान्न संकट बना हुआ है। अभी ऐसे कई गांव हैं, जहां प्रशासन राहत साम‌र्ग्री नहीं पहुंचा पाया है।

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