माल्या ने यूएसएल में की 1,225 करोड़ की हेराफेरी
ब्रिटेन की दिग्गज शराब कंपनी डियाजियो के स्वामित्व यूएसएल ने माल्या पर अपनी जांच में 1225.3 करोड़ रुपये की हेराफेरी और अनुचित लेनदेन का पता लगाया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। उद्योगपति विजय माल्या की मुसीबतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। ब्रिटेन की दिग्गज शराब कंपनी डियाजियो के स्वामित्व वाली यूनाइटेड स्प्रिट्स (यूएसएल) ने अपनी जांच में 1225.3 करोड़ रुपये की हेराफेरी और अनुचित लेनदेन का पता लगाया है। घपले में किंगफिशर एयरलाइंस, फार्मूला वन टीम सहित माल्या की कंपनियां शामिल हैं।
ध्यान रहे यह रकम पहले पकड़ी गई 1337 करोड़ रुपये की घपलेबाजी से अलग है। 2013 में डियाजियो ने माल्या के यूबी ग्रुप से यूएसएल को कई अरब डॉलर में खरीदा था। यूएसएल ने अप्रैल, 2015 में कंपनी के 2010 से जुलाई, 2014 तक के लेनदेन की आंतरिक रूप से अतिरिक्त जांच शुरू कराई जिसमें ताजा राशि का पता लगा है। निदेशक मंडल ने शनिवार को बताया कि ताजा निष्कर्षो की जानकारी संबंधित नियामकों दी जा रही है।
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इसकी देनदारी माल्या पर ही बनती है। पूर्व में हुआ समझौता इस पर लागू नहीं होता है। वसूली के लिए जरूरी कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। माल्या महीनों से ब्रिटेन में हैं। कई बैंक उन्हें विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर चुके हैं। किंगफिशर एयरलाइंस पर 9,000 करोड़ का कर्जा है।
फरवरी में माल्या ने यूएसएल संग ‘स्वीटहार्ट डील’ नामक समझौता किया था, जिसके तहत उन्हें कंपनी में एक्जीक्यूटिव चेयरमैन का पद छोड़ने पर 500 करोड़ देने का वादा किया गया था। निजी देनदारी से भी मुक्त किया गया था। अलबत्ता ऋण वसूली टिब्यूनल ने माल्या को किए जाने वाले भुगतान पर रोक लगा दी है।
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