केंद्र के निशाने पर अब हिमाचल की सरकार: वीरभद्र सिंह
हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज 10 जनपथ जाकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है।
नई दिल्ली। पहले अरुणाचल प्रदेश और अब उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश की चिंता सता रही है। हिमाचल प्रदेश में केंद्र द्वारा सरकार को अस्थिर करने की आशंकाओं के बीच आज मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 10 जनपथ जाकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है।
मुलाकात में वीरभद्र सिंह ने मोदी सरकार पर राज्य सरकार को अस्थिर और तख्ता पलट करने की कोशिश का आरोप लगाया। वीरभद्र सिंह ने कहा कि केंद्र ने जो उत्तराखंड में किया, वैसा वह और राज्यों के साथ भी कर सकते हैं। यह सत्ता का दुरूपयोग है, लेकिन उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है।
हालांकि भाजपा ने वीरभद्र के आरोपों को खारिज किया है। भाजपा का कहना है कि वीरभद्र ऐसा सस्ती सहानुभूति पाने के लिए कर रहे हैं। भाजपा ने कहा कि वीऱभद्र जेल जाने से बच रहे हैं हालांकि वो अब किसी भी समय जेल जा सकते हैं।
हिमाचल में इसी साल चुनाव
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता प्रेम कुमार धूमल ने दावा किया है कि राज्य में चुनाव 2017 में नहीं बल्कि इसी साल होंगे।
गौरतलब है कि हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मुद्दा इन दिनों सूबे की राजनीति को गर्माया हुआ है। विपक्षी पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर वीरभद्र से इस्तीफे की मांग तक कर डाली है। वीरभद्र के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी चल रहा है।