वीवीआइपी हेलीकॉप्टर घोटाले में फंसे त्यागी बंधुओं की संपत्ति जब्त
अगस्तावेस्टलैंड हेलीकाप्टर खरीद घोटाले में सीबीआइ की जांच भले मंथर गति से चल रही है, लेकिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आरोपियों पर शिकंजा कसने लगा है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अगस्तावेस्टलैंड हेलीकाप्टर खरीद घोटाले में सीबीआइ की जांच भले मंथर गति से चल रही है, लेकिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आरोपियों पर शिकंजा कसने लगा है। ईडी ने 3600 करोड़ रुपये के सौदे में दलाली से मिली रकम से खरीदी गई पांच संपत्तियों को जब्त कर लिया है। ये संपत्तियां पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी के तीन भाइयों की हैं। एसपी त्यागी खुद भी इस मामले में आरोपी हैं। ईडी ने मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून के तहत यह कार्रवाई की है।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पूरे सौदे में लगभग 360 करोड़ रुपये की दलाली देने की बात सामने आई है। इनमें से सात करोड़ रुपये पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी के तीन भाइयों संजीव त्यागी, संदीप त्यागी और राजीव त्यागी को मिलने के सबूत मिले हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से दो करोड़ 50 लाख रुपये इतालवी और ब्रिटिश दलालों की कंपनियों के माध्यम से त्यागी बंधुओं की कंपनियों में 2004 से 2011 से बीच आए। जबकि अगस्त 2010 में 12 वीवीआइपी हेलीकाप्टरों की खरीद के समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद चार करोड़ 50 लाख रुपये नकद दिए गए थे।
ईडी का आरोप है कि दलाली से की गई कमाई का उपयोग त्यागी बंधुओं ने एनसीआर में महंगी संपत्तियों को खरीदने किया, जिन्हें अब जब्त कर लिया गया है। जब्त की गई संपत्तियों में गुड़गांव के फेज-5 में एक फ्लैट, नोएडा के सेक्टर 50 में दो फ्लैट, दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग पर एक फ्लैट और कौशांबी में एक बिजनेस सेंटर शामिल है। ईडी का कहना है कि इन संपत्तियों को 6.20 करोड़ रुपये में खरीदा गया था, लेकिन बाजार में इनकी कीमत कई गुना अधिक होगी।