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बारिश-बर्फबारी से ठहरा हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश में गुरुवार शाम से चोटियों पर बारिश और निचले इलाकों में बारिश हो रही है।मनाली में भारी बर्फबारी हो रही है। शिमला में आज सुबह से ही अंधेरे का आलम है। उधर पंजाब में भी कई इलाकों में ओले गिरने की खबर मिल रही है।

By Tilak RajEdited By: Updated: Fri, 20 Feb 2015 12:57 PM (IST)
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नई दिल्ली। नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में गुरुवार शाम से चोटियों पर बारिश और निचले इलाकों में बारिश हो रही है।मनाली में भारी बर्फबारी हो रही है। शिमला में आज सुबह से ही अंधेरे का आलम है। उधर पंजाब में भी कई इलाकों में ओले गिरने की खबर मिल रही है।

हिमाचल प्रदेश में मौसम की अनिश्चितता ने लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। तीन दिन से चल रहे खराब मौसम ने फिर से जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शुक्रवार को भी राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में सुबह से ही बर्फबारी और बारिश का क्रम जारी है। इससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई है। ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। कई क्षेत्रों में यातायात सुविधाएं बाधित है। वहीं भारी ठंड के कारण पानी जम गया है, जिससे लोगों को पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।

नारकंडा, कुफरी में भारी बर्फबारी के कारण मार्ग पर फिसलन बढ़ गई है, जिससे वाहन चालकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा जनजातीय जिला किन्नौर में बर्फबारी के कारण ठंड बढ़ गई है और लोग घरों में दुबके रहे। जिला कुल्लू में बीती रात हुई बर्फबारी के कारण जलोड़ी, रोहतांग मार्ग, सहित पलचान, कोठी, ग्यागी मार्ग पूरी तरह बाधित हैं। खबर लिखे जाने तक प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी तथा मैदानी क्षेत्रों में बारिश का क्रम जारी था।

मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन की मानें तो आने वाले दिनों में प्रदेश के लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा। राज्य में 26 फरवरी तक मौसम के हालात में सुधार आने की कोई संभावना नहीं है। बागवानों ने बर्फबारी को फलों के लिए लाभदायक बताया है वहीं मैदानी क्षेत्रों में बारिश के कारण गेहूं की फसल पर पीला रतुआ रोग फैलने की आशंका से किसान परेशान हैं।

मनाली में भारी बर्फबारी हो रही है। गुरुवार रात से बिजली भी गुल है। अभी तक 8 इंच हिमपाल हो चुका है। वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हो रही है। पलचान सोलंग और कोठी मार्ग भारी बर्फबारी से बंद हो गए हैं। बिजली न होने से सेलानी और लोग ठंड से परेशान हैं। कुल्लू से मानाली की ओर भी वाहन नहीं आ रहे हैं। रास्ते में पेड़ गिरने की सूचना मिल रही है।

हिमाचल के हमीरपुर, बिलासपुर और कांगड़ा जैसे क्षेत्रों में लोगों ने फिर भारी गर्म कपडे निकाल लिए हैं। सोलन में रात से तेज हवाओं व ओले के साथ बारिश का सिलसिला रहा। शुक्रवार सुबह घने काले बादल घिरने से साढे आठ नौ बजे तक भी रहा अंधेरा रहा है।

मनाली के ऊपरी इलाकों में पर्यटकों को बर्फ का नज़ारा खूब दिख रहा है। डलहौजी और कुल्लू में पर्यटक पहुँच रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग ने 24 फरवरी तक मौसम में ख़ास सुधार न होने की भविष्यवाणी की है, लेकिन फसलों के लिए इस बारिश को कृषि विज्ञानी ठीक नहीं बता रहे हैं।

दिल्ली में आज और कल बारिश की संभावना

तापमान बढ़ने से अब धूप चुभने लगी है। राजधानी में तापमान में हुई इस वृद्धि का प्रमुख कारण पश्चिमी विक्षोभ बताया जा रहा है। बृहस्पतिवार देर शाम राजधानी के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हुई, जिससे तापमान सामान्य हुआ। मौसम विभाग का कहना है कि जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हुई बर्फबारी का असर दिल्ली के मौसम पर पड़ेगा। शुक्रवार और शनिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और बौछारें भी पड़ सकती हैं। हालांकि इससे तापमान में बहुत अंतर आने की उम्मीद नहीं है। बृहस्पतिवार को औसत अधिकतम तापमान 29.3 डिग्री सेल्सियस तथा औसत न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक और न्यूनतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस अधिक था। आद्र्रता का अधिकतम स्तर 96 फीसद तथा न्यूनतम स्तर 58 फीसद रहा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है।

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