कभी मूकदर्शक था भारत, लेकिन आज हम कहते हैं और दुनिया सुनती है: सुषमा
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि अब वह दौर समाप्त हो गया है जब भारत मूकदर्शक बना रहता था। अब भारत कहता है और दुनिया सुनती है। अब हम वैश्विक एजेंडा तय करते हैं।
नई दिल्ली (पीटीआई)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि मोदी सरकार की विदेश नीति में जमीन-आसमान का फर्क आ चुका है। आज जब भारत बोलता है तो दुनिया सुनती है। पहले भारत वैश्विक मुद्दों पर मूकदर्शक था। इसके विपरीत भारत अब वैश्विक एजेंडा तय करता है। दिल्ली स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन की 'द मोदी डॉक्टरिन' पुस्तक का विमोचन करते हुए सुषमा ने शनिवार को भारतीय मूल की ब्रिटिश मंत्री प्रीति पटेल की मौजूदगी में कहा कि भारतीय जनता को अब भारत से जुड़ाव महसूस होता है।
विदेशी जमीन पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीयों को संबोधित करते हैं तो विदेश में बसे भारतीय 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के नारे लगाते हैं और देश में भारतीय जनता गौरवान्वित महसूस करती। उन्होंने कहा कि विदेश में परेशान हाल भारतीय कभी भी विदेश मंत्रालय की वरीयता पर नहीं होते थे। प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि पहले विदेश मंत्रालय का मतलब केवल सूट-बूट में भव्य भोज ही था। लेकिन अब भारतीय दूतावास हर वक्त उनकी सेवा में तत्पर रहते हैं।
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अब विदेश में मुसीबतजदा भारतीय सोचते हैं कि उनके अपने वतन की सरकार उनकी परवाह करती है। इससे उनका साहस बढ़ा है। यह भी अपने आप में एक बहुत बड़ा बदलाव है। सोशल मीडिया के जरिए लोगों से हर वक्त जुड़ी रहने वाली सुषमा ने कहा कि शायद अब लोगों को समझ आता हो कि क्यों सुषमा स्वराज हर वक्त विदेश में परेशानी में फंसे भारतीयों की मदद को तैयार रहती हैं।
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