जब राजीव गांधी की लंबी बात पर नर्वस हुआ IAS अफसर
पूर्व पीएम राजीव गांधी से जुड़े अनेकों संस्मरण हैं। एक ऐसे ही संस्मरण का जिक्र है जब एक आइएएस अफसर उनकी लंबी बातों से नर्वस हो गया था।
By Lalit RaiEdited By: Updated: Wed, 25 May 2016 03:06 PM (IST)
नई दिल्ली(पीटीआई)। फिल्मी सितारों की तरह राजनेताओं की निजी जिंदगी के वाकए बरबस ध्यान आकर्षित करते हैं। पूर्व आइएएस अधिकारी अशोक पांडे ने अपनी किताब 'फ्रॉम इंसाइड द स्टील फ्रेम' में पूर्व पीेएम राजीव गांधी से जुड़ी हुई बातों का जिक्र किया है। किताब के मुताबिक नौसेना के एक शिप के बारे में राजीव गांधी अपने सास-ससुर को बताने में इस तरह तल्लीन हो गए कि वो नर्वस हो उठा।
सोनिया, राहुल के वफादारी बॉन्ड पर कांग्रेसी विधायकों ने किए हस्ताक्षरमामला अस्सी के दशक का है। जब इंदिरा गांधी सत्ता में थीं और राजीव गांधी की शादी हो चुकी थी। मुंबई में नेवी डे और शिप के उद्घाटन के मौके पर इंदिरा गांधी के साथ-साथ राजीव गांधी के सास-ससुर भी गए थे। अशोक पांडे के मुताबिक इंदिरा गांधी और तत्कालीन रक्षा मंत्री शिवराज पाटिल के साथ राजीव गांधी भी मुंबई गए। मझगांव डॉक पर पहुंचने के बाद राजीव गांधी शिप के बारे में अपने सास-ससुर को विस्तार से जानकारी देने लगे। वहीं इंदिरा गांधी और शिवराज किसी दूसरी राजनीतिक सभा में शामिल होने के लिए चले गए। लेकिन वो राजीव गांधी के साथ मझगांव डॉक पर ही रुक गए। राजीव गांधी शिप के बारे में इटैलियन भाषा में बात कर रहे थे। उनकी बातों में उनके सास-सुर भी खासी रुचि ले रहे थे। लेकिन जब उन लोगों की बात खिंचने लगी तो वो नर्वस हो उठे। क्योंकि उन्हें भी इंदिरा गांधी और शिवराज पाटिल के साथ नौसेना द्वारा आयोजित डिनर में शामिल होना था।
राजीव गांधी से उन्होंने कहा कि अगले प्रोग्राम में भी शामिल होना है, लिहाजा वहां पहुंचने में देरी हो सकती है। इस सवाल के जवाब में राजीव गांधी ने कहा कि उनका आगे का कोई कार्यक्रम नहीं है। ये बात सुनकर वो दुविधा में पड़ गए। हालांकि उन्होंने राजीव गांधी को ये नहीं बताया था कि उन्हें भी रात्रिभोज में शामिल होना है। लेकिन संयोग से उनकी बात खत्म हो गयी और उनके जान में जान आयी। नेहरू-गांधी परिवार की मूर्तियां तोड़ देनी चाहिए- भाजपा विधायक