...जब आसमान में आपस में टकराने से बची दो फ्लाइट
डीजीसीए की रिपोर्ट में एक चौंकानी वाली बात सामने आई है। दरअसल, बीते 29 मार्च को चेन्नई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के हवाई क्षेत्र में दो फ्लाइट क्रैश होने से बच गई।
बेंगलुरु। 29 मार्च 2016 का वो दिन जब यात्रियों से सवार स्पाइस जेट फ्लाइट 614 और एयर मॉरिशस की फ्लाइट 746 चेन्नई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के हवाई क्षेत्र में नजदीक आ गई और बड़ा हादसा होने से बच गया ।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक ये घटना डीजीसीए के उस रिकॉर्ड में शामिल हो गई है जिसमें इस तरह की और भी घटनाएं भी शामिल है।
गौरतलब है कि खराब मौसम और अन्य तकनीकी समस्याओं के कारण लैंडिंग में देरी की घोषणाएं तो की जाती है लेकिन ऐसी घटनाओं या यात्रियों के लिए किसी तरह की घोषणा नहीं की गई। जिनमें सभी भाग्यशाली रहे।
दरअसल, पिछले एक साल में 3 मार्च 2015 से 29 मार्च 2016 के बीच ऐसी 35 घटनाएं हो चुकी हैं। ये सभी घटनाएं सिर्फ आठ एयरपोर्ट पर हुई है जिसमें जम्मू एयरपोर्ट भी शामिल है। जबकि दिल्ली, चेन्नई और मुंबई हवाई क्षेत्र में ऐसी 26 केस हुए हैं।
एयरपोर्ट घटनाओं की संख्या
दिल्ली 11
चेन्नई 08
मुंबई 07
वाराणसी 04
अगरतला 01
अहमदाबाद 01
नागपुर 02
जम्मू 01
कुल 35
सूत्र: डीजीसीए
इस घटना के बारे में डीजीसीए ने बताया कि एप्रोच कंट्रोलर ने दूसरे प्लेन जो अलग रास्ते से आ रहा था उसे नीचे उतरने के संकेत दिए लेकिन इस संकेत को दूसरे प्लेन VTSJI ने कैप्चर कर लिया। जिससे ये बड़ा हादसा होते-होते बचा।पढ़ा : इंदौर एयरपोर्ट पर फिसला जेट एयरवेज का विमान, बाल-बाल बचे यात्री